हिमाचल को दूसरे राज्यों से रोशनी

By: Oct 17th, 2017 12:15 am

गर्मियों में उधार दी बिजली वापस लेने का सिलसिला शुरू

शिमला – सर्द मौसम में दूसरे राज्यों से हिमाचल को बिजली की आपूर्ति शुरू हो गई है। गर्मियों में जो बिजली पड़ोसी राज्यों को प्रदेश ने दी है, उसकी वापसी सोमवार से शुरू हो गई। बैंकिंग व्यवस्था के तहत वापस होने वाली यह बिजली अप्रैल तक चलेगी और तब तक यहां उत्पादन के हालात सुधर जाएंगे। प्रदेश में इन दिनों बिजली उत्पादन में गिरावट शुरू हो चुकी है। प्रदेश ने पड़ोसी राज्यों पंजाब, हरियाणा के साथ दिल्ली को बैंकिंग व्यवस्था के तहत करीब 1200 मिलीयन यूनिट बिजली कुछ महीनों में दी है। अप्रैल से इन राज्यों को प्रदेश ने बिजली देनी शुरू कर दी थी, जिसे अब वापस लिया जाएगा। बैंकिंग व्यवस्था में गर्मियों में हिमाचल बिजली देता है और सर्दियों में वापस लेता है, जिससे वित्तीय परेशानियां नहीं होतीं। प्रदेश में धीरे-धीरे सर्दियां शुरू हो चुकी हैं। सुबह-शाम लगभग सभी क्षेत्रों में ठंडक बढ़ चुकी है। तापमान में आ रही गिरावट का असर यहां नदियों के जलस्तर पर पड़ता है। इन दिनों पानी कम होना शुरू हो गया है, जिससे परियोजनाओं के बिजली उत्पादन पर फर्क पड़ने लगा है। परियोजनाओं में उत्पादन का आंकड़ा 60 फीसदी रह चुका है, जिसमें गिरावट के कारण यहां लगातार बिजली का संकट होता रहेगा। इसी बिजली संकट को ध्यान में रखते हुए पड़ोसी राज्यों से उनको दी गई बिजली वापस ली जा रही है। बिजली बोर्ड के प्रबंध निदेशक पीसी नेगी ने खबर की पुष्टि की है।

260 लाख यूनिट बिजली की जरूरत

प्रदेश में रोजाना 260 लाख यूनिट बिजली की जरूरत रहती है, जो आने वाले दिनों में बढ़ जाती है। यह मांग पूरा करने के लिए बैंकिंग की बिजली शुरू की गई है, जो कि अगले साल 15 अप्रैल तक जारी रहेगी, ताकि यहां बिजली की कमी न हो। बिजली बोर्ड के साथ-साथ यहां मौजूद निजी कंपनियों की परियोजनाओं में भी उत्पादन में गिरावट आ चुकी है। नाथपा झाकड़ी, रामपुर, कड़छम वांगतू के अलावा भाखड़ा बांध, कोलडैम परियोजनाओं में भी बिजली उत्पादन में 20 से 30 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App