आपका लक्ष्य ही देता है जीवन को सही दिशा

By: Nov 22nd, 2017 12:06 am

अगर हमारा लक्ष्य होगा तो हमारा दिमाग हमें उसी के अनुसार काम करने के लिए प्रेरित करता है। दिमाग में लक्ष्य साफ हो तो उसे पाने के रास्ते भी साफ नजर आने लगते हैं और इनसान उसी दिशा में अपने कदम बढ़ा देता है…

यदि  आपसे पूछा जाए कि क्या आपने अपने लिए कुछ लक्ष्य निर्धारित कर रखे हैं तो आपके सिर्फ दो ही जवाब हो सकते हैं हां या न।

लक्ष्य पर साधें निशाना!

अगर जवाब हां है तो यह बहुत ही अच्छी बात है क्योंकि ज्यादातर लोग तो बिना किसी निश्चित लक्ष्य के ही अपनी जिंदगी बिताए जा रहे हैं और आप उनसे कहीं बेहतर स्थिति में हैं। पर यदि जवाब न में है तो यह थोड़ी चिंता का विषय है। थोड़ी इसलिए क्योंकि भले ही अभी आपका कोई लक्ष्य न हो, पर जल्द ही सोच-विचार कर के अपने लिए एक लक्ष्य निर्धारित कर सकते हैं।

लक्ष्य क्या होता है

लक्ष्य एक ऐसा कार्य है जिसे हम सिद्ध करने की मंशा रखते हैं। आइए कुछ उदाहरण  लेते हैंः  एक बच्चे का  लक्ष्य हो सकता है फाइनल पेपरों में  80 प्रतिशत से ज्यादा अंक लेना, एक नौकरी करने वाले का लक्ष्य हो सकता है अपनी अच्छी से अच्छी  तरक्की पाना, एक पत्नी का लक्ष्य हो सकता है एक हाउस वाइफ  बनकर भी एक बिजनेस शुरू करना। समाजसेवी का लक्ष्य हो सकता है किसी गांव के सभी लोगों को साक्षर बनाना।

लक्ष्य का होना ज़रूरी क्यों है

1.सही दिशा में आगे बढ़ने के लिए जब आप सुबह घर से निकलते हैं तो आपको पता होता है कि आपको कहां जाना है और आप वहां पहुंचते हैं, सोचिए अगर आपको यह नहीं पता हो कि आप को कहां जाना है तो भला आप क्या करेंगे। इधर- उधर भटकने में ही समय व्यर्थ हो जाएगा। इसी तरह इस जीवन में भी यदि आपने अपने लिए लक्ष्य नहीं बनाए हैं, तो आपकी जिंदगी तो चलती रहेगी पर जब बाद में आप पीछे मुड़ कर देखेंगे तो शायद आपको पछतावा हो कि आपने कुछ खास नहीं किया। लक्ष्य व्यक्ति को एक सही दिशा देता है। उसे बताता है कि कौन सा काम उसके लिए जरूरी है और कौन सा नहीं। अगर हमारा लक्ष्य होगा तो हमारा दिमाग हमें उसी के अनुसार काम करने के लिए प्रेरित करता है। दिमाग में लक्ष्य साफ हो तो उसे पाने के रास्ते भी साफ नजर आने लगते हैं और इनसान उसी दिशा में अपने कदम बढ़ा देता है।

2.अपनी ऊर्जा का सही उपयोग करने के लिए भगवान ने इनसान को सीमित ऊर्जा और सीमित समय दिया है। इसलिए जरूरी हो जाता है कि हम इसका उपयोग सही तरीके से करें। लक्ष्य हमें ठीक यही करने को प्रेरित करता है। अगर आप अपने लक्ष्य को ध्यान में रख कर कोई काम करते हैं तो उसमें आपका कहीं अच्छा होता है। जब आप किसी  मकसद के बिना किसी खास किताब को पढ़ने  के मकसद से जाते हैं तो आप यूं ही कुछ किताबों को उठाते हैं और उनके पन्ने पलटते हैं और कुछ एक पन्ने पढ़ डालते हैं, पर वहीं अगर आप किसी लक्ष्य को पूरा करने के मकसद से जाते हैं तो आप उसके मतलब की ही किताबें चुनते हैं और अपना काम पूरा करते हैं। दोनों ही में आप समय उतना ही देते हैं, पर आपके काम पर जमीन-आसमान का फर्क होता है। इसी तरह जिंदगी  में भी अगर हमारे सामने कोई निश्चित लक्ष्य नहीं है, तो हम यूं ही अपनी  करते रहेंगे और नतीजा कुछ खास नहीं निकलेगा, लेकिन इसके विपरीत जब हम लक्ष्य को ध्यान में रखेंगे तो हमारी सही जगह उपयोग होगी और हमें सही  देखने को मिलेंगे।

3.सफल होने के लिए :

जिससे पूछिए वही कहता है कि मैं एक सफल व्यक्ति बनना चाहता हूं, पर अगर यह पूछिए कि क्या हो जाने पर वह खुद को सफल व्यक्ति मानेगा, तो इसका उत्तर कम ही लोग पूरे विश्वास से दे पाएंगे। सबके लिए सफलता के मायने अलग-अलग होते हैं और ये मायने लक्ष्य द्वारा ही निर्धारित होते हैं। यदि आपका कोई लक्ष्य नहीं है तो आप एक बार को औरों की नजर में सफल हो सकते हैं, पर खुद की नजर में आप कैसे यकीन करेंगे कि आप सफल हैं या नहीं।  इसके लिए आपको अपने द्वारा ही तय किए हुए लक्ष्य को देखना होगा।


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