बकाना में किसानों को खेती के टिप्स

By: Nov 19th, 2017 12:02 am

कृषि विज्ञान केंद्र दामला में विशेषज्ञों ने कृषकों को समझाए हैप्पी सीडर के गुण

यमुनानगर – चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के स्थानीय कृषि विज्ञान केंद्र दामला द्वारा निकरा परियोजना के तहत खंड रादौर के गांव बकाना में गेहूं में संतुलित उर्वरक प्रयोग विषय पर किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस किसान गोष्ठी में कृषि विज्ञान केंद्र दामला के प्रधान वैज्ञानिक एवं संयोजक डा. बलदेव राज कांबोज, वरिष्ठ मृदा वैज्ञानिक डा. नरेंद्र गोयल व जिला वानिकी विशेषज्ञ अनिल कुमार आदि ने किसानों को कृषि से संबंधित जानकारियां दीं। किसान गोष्ठी में कृषि विज्ञान केंद्र दामला के प्रधान वैज्ञानिक एवं संयोजक डा. बलदेव राज कांबोज ने किसानों को संसाधन संरक्षण तकनीक में गेहूं की बिजाई हैप्पी सीडर मशीन से करने पर जोर देते हुए कहा कि धान के अवशेषों में हैप्पी सीडर से बिजाई करने पर न केवल प्रदूषण की समस्या से निजात पाई जा सकती है, बल्कि भूमि की उपजाऊ शक्ति में किसी प्रकार की कोई कमी नहीं आती है और पैदावार में भी बढ़ोतरी होती है। उन्होंने कहा कि फसल अवशेष जैसे धान की पराली जलाने से प्रदूषण पैदा होने के साथ-साथ हमारी फसलों एवं भूमि को भी काफी नुकसान होता है, जिसकी वजह से हमारी पैदावर कम होती है तथा अनेक बीमारियां भी हमारी फसलों में आती हैं। उन्होंने फसल में मंडूसी की समस्या से निपटने के लिए रासायनिक दवाइयों के सही छिड़काव की विधियों के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी। केंद्र के वरिष्ठ मृदा वैज्ञानिक डा. नरेंद्र गोयल ने किसान गोष्ठी में बताया कि फसलों में मिट्टी व पानी की सही जांच के बाद ही उचित मात्रा में खादों का प्रयोग करना चाहिए। उन्होंने गेहूं की फसल में जीवाणु खाद व सल्फर के लिए जिप्स के प्रयोग की सलाह दी और गेहूं की फसल को बिमारियों से कैसे बचाया जा सकता है, इस बारे में भी विस्तार से किसानों को अगवत करवाया। इस मौके पर जिला विस्तार विशेषज्ञ अनिल कुमार ने किसानों को भूमि व पर्यावरण संरक्षण के लिए ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि पर्यावरण को प्रदूषण से बचाने के लिए पेड़ों का बहुत ही महत्त्व होता है। इस किसान गोष्ठी में गांव बकाना के लगभग 40 किसानों ने भाग लिया।


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