भोरंज के किसान, बंदरों के आतंक से परेशान

By: Nov 22nd, 2017 12:05 am

भोरंज  — भोरंज की विभिन्न पंचायतों  में बंदरों का आतंक दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है। बुजुर्ग बताते हैं कि कोई जमाना था कि भोरंज के किसी भी गांव में कोई भी बंदर नहीं होता था, लेकिन पिछले आठ-नौ वर्ष  पूर्व रात के समय कोई गाड़ी में भर बंदर इस क्षेत्र में छोड़ गया। इस कारण क्षेत्रवासियों का जीना बेहाल हो गया। उत्पाती बंदर पूरी फसल को भी बर्बाद कर दे रहे हैं। इससे किसानों को भी भारी नुकसान उठाना पड़ता है।  उत्पाती बंदर दिनभर गांव की गलियों, मकान की छतों पर डेरा डाले रहते हैं। ऐसे में लोगों का गलियों में निकलना व छतों पर चढ़ना मुश्किल हो रहा है। दिनों-दिन बढ़ते बंदरों के आतंक से उपमंडलवासी खासे परेशान हो रहे हैं। बावजूद इसके प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा। बंदरों से गांव हनो, बडोह, धमरोल, डाडु, दयोग, जौह, करयाली, बडैहर, पपलाह, चंबोह, गरसाहड़, साही, फकडूही, जडोह इत्यादि में लगभग 18-20 बंदरों के झुंड में उत्पात मचा रखा है। लोगों का कहना है कि उत्पाती बंदर छत पर सूखते कपड़े फाड़ने व खाने-पीने की सामग्री हाथों से झपटकर ले जाते हैं। इन उत्पाती बंदरों ने कई लोगों को काटकर घायल भी कर दिया है। ऐसे में लोगों में भय का माहौल बना हुआ है। लोगों ने बताया कि विभिन्न जगहों पर बंदर दिनभर गलियों में डेरा डाल रखते है। आने-जाने वाले राहगीरों पर अचानक धावा बोलते हैं। इसके चलते बच्चों का गलियों में खेलना तक बंद हो गया है। बंदरों से बचाव करने के लिए लोगों को आर्थिक नुकसान भी झेलना पड़ रहा है। लोगों ने बचाव के चलते हजारों खर्च कर अपने मकानों में लोहे की जालियां लगवाई हैं। ऐसे में लोगों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है। उपमंडल वासियों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द बंदरों को पकड़वाया जाए, ताकि लोगों में भय का माहौल पैदा न हो। लोगों में धर्म चंद, टेक चंद कौशल, विशाल, मनोज, बलबीर, अरविंद, यशवंत, रमित शर्मा, राजू, पवन, राजेश, राकेश, जोगिंद्र, सुरेंद्र कुमार, अनिल, राज कुमार, विजय, विनोद शर्मा इत्यादि ने इन बंदरों से निजात दिलाने की मांग की है।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App