मां-बाप का आदर करो…जीवन सुधर जाएगा

By: Nov 23rd, 2017 12:05 am

 ऊना — माता-पिता के आदर से जीवन सरल होता है और कष्ट दूर होते हैं। यह बात कथा ब्यास श्यामानंद महाराज ने कही। महादेव मंदिर में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के सातवें व अंतिम दिन श्यामानंद महाराज ने अपने प्रवचनों से संगतों को निहाल किया। उन्होंने हमारे हैं श्री गुरुदेव हमें किस बात की चिंता के भजन पर श्रद्धालुओं को झूमने पर विवश कर दिया। कथा के दौरान मंदिर के महंत स्वामी मंगलानंद महाराज ने श्रद्धालुओं को अपना आशीर्वाद दिया।  श्यामानंद महाराज ने कहा कि  संत के चरणों में बैठने से जो आनंद मिलता है, वह कहीं भी प्राप्त नहीं होता। सुख की प्राप्ति निष्ठा, अर्पण, समर्पण व सतगुरु की बाणी को मानने से होती है। उन्होंने कहा कि व्यक्ति को सदैव धर्म व मर्यादा की सभा व सीमा में ही रहना चाहिए। उन्होंने श्रद्धालुओं को प्रभु का सिमरन करने तथा अच्छे कार्य करने का आह्वान किया। उन्होंने शराब व अन्य नशे करने वालों को भगवान के नाम का जाम पीकर मोक्ष प्राप्त करने की राह पर चलने का भी आह्वान किया। उन्होंने कहा कि पिता जब बच्चे को डांटता है, तो उसका मकसद बच्चे को डराना नहीं, बल्कि बच्चे को सही रास्ते पर लाना होता है। आजकल घर की डांट से बच्चे गुस्सा होते हैं, जो कि गलत आदत है। बच्चों को भी सत्संग में आना चाहिए और बड़ों की भावनाओं का आदर करना चाहिए। श्यामानंद महाराज ने कहा कि मां का कोई कर्ज नहीं चुका सकता। उन्होंने कहा कि मां करुणा है, साधना है, भगवान की कृपा है। उन्होंने कहा कि मां को कभी रुलाना नहीं चाहिए। बच्चे समझदार हो सकते हैं, लेकिन मां-बाप से बड़े नहीं। उन्होंने कहा कि इंद्र ने गोकुल पर बारिश का कहर बरपाया, तो श्रीकृष्ण ने एक अंगुली पर गोवर्धन पर्वत उठा लिया था और अगस्त ऋषि को बुलाया और उन्होंने अपनी प्यास बुझाते हुए किसी को हानि नहीं होने दी। इस अवसर पर अविनाश कपिला, गौरव पुरी, सौरव पुरी, अश्वनी, ईशान ओहरी, संजीव ओहरी, संजय, सुभाष, सहित अन्य श्रद्धालु उपस्थित रहे।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App