यूरेनियम भी तोड़ गया सड़क की आस

By: Dec 11th, 2017 12:05 am

रामपुर बुशहर — इसे विडंबना ही कहे कि जिस जगह पर हैलीकाप्टर उतरा, पर वहां आजादी के 70 साल बाद भी सड़क नहीं पहुंची। रामपुर की काशापाट पंचायत आज भी सड़क सुविधा से महरूम है। इस पंचायत के पहाड़ों में वर्षों पहले जब यूरेनियम के होने की जानकारी मिली तो यहां पर वैज्ञानिक हैलीकाप्टर के जरीए पहुंचे। उन्होंने यूरेनियम की सही मात्रा पता लगाने के लिए रिसर्च की, जिसमें उन्हें यूरेनियम की कम मात्रा मिली। वहीं, ग्रामीणों की सड़क की आस भी धरी की धरी रह गई। आज भी ये पंचायत सड़क सुविधा से दूर है। यह अलग बात है कि हर विस चुनाव में इस पंचायत को सड़क सुविधा से जोड़ने का मुद्दा अहम होता है, लेकिन जल्द से जल्द इस पंचायत को सड़क से जोड़ने के लिए प्रयास नाकाफी साबित हो रहे है। अब स्थिति यह है कि ग्रामीणों को एक खच्चर पर खाद्य सामग्री एवं अन्य सामान ले जाने के 650 रुपए देने को मजबूर होना पड़ रहा है। यहां बताते चलें कि बीते करीब 15 वर्षों से रामपुर की दुर्गम पंचायत काशापाट को सड़क सुविधा से जोड़ने का कार्य चल रहा है। लोक निर्माण विभाग की कार्यप्रणाली और ठेकेदार की लेटलतीफी से कई वर्षों बाद भी काशापाट के ग्रामीणों को सड़क की सुविधा नहीं मिल पाई। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि बीते एक वर्ष में लोक निर्माण विभाग केवल 60 फुट ढांक की कटिंग नहीं कर पाया है। उन्होंने कहा कि विभाग और ठेकेदार जानबूझ कर आरओसी मशीन को खड़ा कर रखा है और वे रॉक कटिंग मशीन के खराब होने का हवाला दे रहे हैं। काशापाट पंचायत को जाने वाले एकमात्र खच्चर रोड भी बीते कई वर्षों से क्षतिग्रस्त हुआ है, जिस कारण ग्रामीणों को अधिक दूरी और खस्ताहालत के चलते कभी भी हादसा पेश आ सकता है। पंचायत के वीर चंद साहनी, मोहन लाल जैन, सोहन लाल बिष्ट, मनमोहना सनारटू, रोशन लाल साहनी, हरिसिंह मेहता, बली राज जैन सहित ग्रामीणों ने कहा कि सड़क न बनने से विकास कार्य पूरी तरह से ठप पड़े हैं। दुर्गम क्षेत्र में सड़क की सुविधा न होने से राशन की आपूर्ति भी नहीं पहुंच पाई है। उन्होंने प्रदेश सरकार और लोक निर्माण विभाग से छो ढांक के पास बची हुई 60 फुट सड़क की कटिंग का कार्य जल्द पूरी करने की मांग उठाई है।


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