सकारात्मक ऊर्जा से कार्य करें

By: Dec 27th, 2017 12:05 am

लाइब्रेरी साइंस में करियर से संबंधित विस्तृत जानकारी प्राप्त करने के लिए हमने दीपक शर्मा, डिप्टी लाइब्रेरियन, एचपीयू, शिमला से बातचीत की। प्रस्तुत हैं बातचीत के प्रमुख अंश…

करियर के रूप में लाइब्रेरी साइंस में क्या स्कोप है?

एक व्यवसाय के रूप में अगर लाइब्रेरी साइंस क्षेत्र की बात की जाए तो यह क्षेत्र आज के समय में रोजगार के विभिन्न अवसर प्रदान करती है। पुस्तकालय और सूचना विज्ञान में आज करियर की अनेक संभावनाएं हैं। इसके तहत रोजगार के इच्छुक लोगों को विभिन्न पुस्तकालयों और सूचना केंद्रों में

रोजगार मिल सकता है। प्रशिक्षित लाइब्रेरियन अध्यापक और लाइब्रेरियन दोनों के रूप में रोजगार के अवसर इस क्षेत्र के छात्र तलाश सकते हैं।

लाइब्रेरी में करियर बनाने के लिए शैक्षणिक योग्यता क्या है?

लाइब्रेरी साइंस में करियर बनाने के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता जमा दो रहती है। इस योग्यता को रखने वाले छात्र लाइब्रेरी साइंस में प्रवेश ले सकते हैं।

लाइब्रेरी साइंस में विशेष कोर्स कौन-कौन से हैं?

लाइब्रेरी साइंस में अगर विशेष कोर्सेस की बात की जाए तो इसमें 6 महीने का सर्टिफिकेट कोर्स किया जा सकता है। इसके अलावा डिप्लोमा कोर्स, रजिस्ट्रेशन के बाद बी.लिव का एक वर्षीय कोर्स और लाइब्रेरी साइंस में पोस्ट ग्रेजुएट कोर्सेस भी करवाए जा रहे हैं। किसी भी यूनिवर्सिटी द्वारा यह कोर्स छात्रों को करवाए जाते हैं। इन कोर्र्सेस के अलावा इस फील्ड में एमफिल और पीएचडी भी की जा सकती है।

लाइब्रेरी साइंस में रोजगार किन क्षेत्रों में उपलब्ध है?

लाइब्रेरी साइंस का कोर्स करने के बाद लाइब्रेरी अटेंडेंट पुस्तकालय परिचारक, जूनियर लाइब्रेरियन, डिप्टी लाइब्रेरियन, लाइब्रेरियन पद सहित निजी और सरकारी लाइब्रेरियन, शिक्षण संस्थानों, समाचार पत्रों, न्यूज एजेंसियों, विदेशी दूतावासों सहित फोटो और फिल्म लाइब्रेरी में ढेरों अवसर छात्रों के पास

उपलब्ध हैं।

इस क्षेत्र में रोजगार मिलने पर आरंभिक आय कितनी होती है?

लाइब्रेरी साइंस विषय में आरंभिक आय की बात की जाए, तो यह अभ्यर्थी किस तरह के संस्थान में कार्य कर रहा है उस पर निर्भर करता है। सरकारी और निजी संस्थानों में पुस्तकालय विज्ञान में प्रशिक्षित उम्मीदवारों को सरकारी नियमों के तहत 10 से 25 हजार से अधिक वेतन प्राप्त होता है।

कम्प्यूटर के युग में लाइब्रेरी का रोल कितना बदला है?

आज के दौर में सूचना तैयार करने से लेकर उनका भंडारण कर उनमें सुधार करने और उसके प्रचार-प्रसार करने के लिए पुस्तकालय में अब कम्प्यूटर और सूचना प्रौद्योगिक का उपयोग किया जा रहा है। कम्प्यूटर के उपयोग से लाइब्रेरी में विभिन्न सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर किसी भी ऑथर की किताब आसानी से सर्च की जा सकती है। इसके साथ ही ई-लाइब्रेरी का स्वरूप भी आज के समय में बेहद महत्त्वपूर्ण हो गया है।

इस क्षेत्र में आने वाले युवाओं को किन चुनौतियों का सामना करना पड़ता है?

हिमाचल के संदर्भ में अगर बात की जाए तो लाइब्रेरी साइंस विषय में करियर बनाने वाले युवाओं की तो इनके लिए सबसे बड़ी चुनौती यही है कि कहीं भी

लाइब्रेरी साइंस से जुड़े कोर्सिस की पढ़ाई नहीं हो रही है। थोड़ी राहत इस कोर्स को केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला में शुरू कर प्रदेश के छात्रों को दी गई है और अब एचपीयू में भी इन कोर्सेस को शुरू करने की योजना प्रस्तावित है।

लाइब्रेरी साइंस में करियर बनाने वाले युवाओं को संदेश!

लाइब्रेरी साइंस में करियर बनाने वाले छात्रों को यही संदेश है कि वे अपने कार्य को सकारात्मक ऊर्जा से करें। इस कार्य को करने में किसी भी तरह का नेगेटिव विचार उन्हें उनके कार्य से भटका सकता है। यह कार्य छात्रों के हितों के लिए किया जाता है। इसके लिए जितना हो सके छात्रों की मदद कर अपने कार्य को आत्मसात करें।

-भावना शर्मा, शिमला


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