माता-पिता का प्यार

By: Jan 14th, 2018 12:02 am

एक समय की बात है कि एक बूढ़ा पिता अपने जवान बेटे के साथ गार्डन में एक बैंच पर बैठा था। वह जिस बैंच पर बैठे थे उसके सामने एक बड़ा पेड़ था। बूढ़े पिता ने देखा कि एक पक्षी उस पेड़ पर बैठा है। तभी उसने अपने बेटे से पूछा कि वह क्या है?

बेटे ने तुरंत जवाब दिया-

 वह तोता है।

फिर भी बूढ़े पिता ने अपने बेटे से पूछा, वह क्या है?

बेटे ने फिर से जवाब दिया के मैं पहले ही बता चुका हूं कि वह तोता है।

और एक बार फिर बूढ़े पिता ने अपना प्रश्न दोहराया, वह क्या है।

बाद में बेटे से गुस्से में कहा कि पापा, क्या आपको समझ में नहीं आ रहा। कितनी बार मैंने आपसे कहा कि वह तोता है।

लेकिन उस बूढ़े पिता ने नम्रता से जवाब दिया कि

मेरे प्यारे बेटे, जब तुम 4-5 साल के थे तब तुमने यही प्रश्न 100 बार से भी ज्यादा पूछा था और मैंने हर बार तुम्हें इसका जवाब एक किस के साथ दिया था कि वह तोता है।

अभी मैंने तो तुमसे 3 ही बार पूछा है और तुम परेशान और क्रोधित हो रहे हो।

माता-पिता के प्यार और बच्चों के प्यार में हमेशा फर्क होता है। इसलिए मैं आपसे प्रार्थना करता हूं कि जब आपके माता-पिता आप पर निर्भर हों, तो कृपया कर के अपना काम सही तरीके से कीजिए। उन्हें कभी नाराज मत कीजिए। उन्हें हमेशा आपका प्यार देने की कोशिश करते रहिए क्योंकि यही आपकी जिम्मेदारी है। आपको अपनी जम्मेदारियों से भागने की बजाय उन्होंने अपनाना चाहिए।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App