बड़ी फील्ड है, तो सोच को भी बड़ा करने की जरूरत

By: Mar 28th, 2018 12:07 am

इंटीरियर डिजाइनिंग में करियर से संबंधित विस्तृत जानकारी प्राप्त करने के लिए हमने मनुज शारदीय से बातचीत की। प्रस्तुत हैं बातचीत के प्रमुख अंश…

आ. मनुज शारदीय
स्कूल ऑफ आर्किटेक्ट एंड प्लानिंग एपी गोयल यूनिवर्सिटी में गेस्ट फैकल्टी हैं

आधुनिकता के दौर में इंटीरियर डिजाइनिंग का करियर के  लिहाज से क्या स्कोप है?

इंटीरियर डिजाइनिंग आज के दौर में भारत का सबसे अधिक मांग वाला प्रोफेशन है। जिसकी आवश्यकता इंटीरियर की फ्रीलांस कंपनियों, वास्तुकारों तथा कंस्ट्रक्शन कंपनियों के साथ-साथ फर्नीचर निर्माता कंपनियों को है। आज यह व्यवसाय घर की साज- सज्जा से कहीं ऊपर उठकर दुकानों, शोरूमों, आफिस, अस्पतालों,  शौचालयों,रेस्टोरेंट और धारावाहिकों के सेट तक पहुंच गया है। आप इसी बात से अंदाजा लगा सकते हैं कि भारत में इस समय 1 लाख इंटीरियर डिजाइनरों की मांग है। यह रचनात्मक काम है, जो अपने आप में खुशी देने वाला है।

इस फील्ड में आने के लिए किस तरह की पढ़ाई की आवश्यकता है। यानी शैक्षणिक योग्यता क्या हो?

इस फील्ड में प्रवेश करने के लिए आपको +2 में 50प्रतिशत से अधिक अंक होना आवश्यक है। शैक्षणिक योग्यता के अलावा आप में क्रिएटिविटी होना जरूरी है।

देश के प्रमुख शिक्षण संस्थानों के बारे में बताएं, जहां  इससे संबद्ध पाठ्यक्रम चलता है?

* नेशनल इंस्टीच्यूट ऑफ डिजाइन (एनआईडी) न्यू दिल्ली

* सीईपीटी यूनिवर्सिटी, अहमदाबाद

* श्री देवी लाल कालेज ऑफ इंटीरियर डिजाइनिंग (डिप्लोमा और 3 साल बीएससी)

* सर जेजे स्कूल ऑफ आर्ट मुंबई (4 साल बीएफए प्रोग्राम)

* साई स्कूल ऑफ इंटीरियर डिजाइनिंग, न्यू दिल्ली (1 और 2 साल प्रोग्राम)

* कालेज ऑफ आर्किटेक्चर, नासिक (4 साल डिग्री प्रोग्राम)

* आईआईएलएम स्कूल ऑफ डिजाइन, गुरुग्राम(4 साल डिग्री )

* ऑर्क अकादमी ऑफ डिजाइन , जयपुर (1,2,3 और 4 साल डिग्री प्रोग्राम )

रोजगार के अवसर किन क्षेत्रों में उपलब्ध होते हैं?

जैसा कि मैंने पहले भी बताया की इंटीरियर  डिजाइनरों की  जरूरत को फ्रीलांस, कंपनियों, वास्तुकारों, कनट्रक्शन कपंनियों तथा फर्नीचर डिजाइनर तथा फर्नीचर निर्माण ककंपनीयों होती है। भारी मांग के चलते रोजगार के अवसर में कोई कीम नहीं होगी।

आरंभिक आय इस क्षेत्र में कितनी होती है?

यदि आप इस क्षेत्र को  नौकरी का विकल्प चुनते हैं, तो आपको किसी भी कंपनी में 2 लाख से 5 लाख रुपए सालाना पैकेज मिल सकता है। यदि आप कुछ अनुभव के बाद अपनी फ्रीलांस कंपनी या फर्म खोलते हैं, तो आपकी आमदनी काफी अच्छी हो सकती है। यह आज भारत में सबसे आकर्षक नौकरियों में से एक है।

युवाओं को इस करियर में किन चुनौतियों का सामना करना पड़ता है?

जितनी यह फील्ड आकर्षक है उतनी ही इसमें चुनौतियां है। जैसे ः

* सबसे पहले सही संस्थान में सही कोर्स मिलना।

* डिजाइन करने में क्रिएटिविटी का न होना।

* रोज- रोज नए- नए बिल्डिंग मैटीरियल का आविष्कार करना। और उन सब की उपयोगिता, उपलब्धता और कीमत को जानना।

* नौकरी या अपने काम में काम का ज्यादा बोझ होना।

* सफल डिजाइनर बनने के लिए विभिन्न जगहों के अनुसार सीमित बजट में, कम साधनों में, उनकी जरूरतों के अनुसार किसी भी स्थान को सुंदर बनाने की क्षमता होनी चाहिए। अपने ग्राहकों की जरूरतों को सही तरीके से समझना आपकी चुनौती रहेगी।

जो युवा इंटीरियर डिजाइनिंग की फील्ड में आना चाहता है उसमें क्या विशेष व्यक्तिगत गुण होने चाहिए?

इस फील्ड की शिक्षा के बाद या पहले जैसे कि मैंने बताया कि क्रिएटिविटी होनी चाहिए। उसमें अलग- अलग साधनों, जरूरतों, सामग्रियों के अनुसार डिजाइन करने का जज्वा होना चाहिए।

उन युवाओं के लिए प्रेरणा संदेश दें, जो इंटीरियर डिजाइनिंग की फील्ड में पदार्पण करना चाहते हैं?

युवा यदि इस फील्ड में आने का सोच रहे हैं, तो मेरा मानना है कि यह आपका सबसे अच्छा निर्णय होगा। कोशिश कीजिए कि किसी अच्छे संस्थान से कम से कम डिग्री तो जरूर मिले। अपनी सोच को बड़ा करें और इस फील्ड में होने वाली हर घटना से अपडेट रहें। अपनी ड्राइंग को सुधारें क्योंकि किसी भी प्रवेश परिक्षा में यही कसौटी रहेगी।

– पंकज सूद, मटौर


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