चुनौती से कम नहीं निर्णायकों का काम

By: Apr 10th, 2018 12:05 am

टीमएसी — ‘दिव्य हिमाचल मीडिया ग्रुप’ के मेगा इवेंट ‘मिस हिमाचल-2018’ ग्रैंड फिनाले में टॉ-20 फाइनलिस्ट की परख करना कोई आसान काम न था, लेकिन ज्यूरी में बैठे योग्य निर्णायकों की पैनी नजर और अनुभव ने इस काम को आसान बना दिया। निर्णायक मंडल में शामिल ‘फेमिना मिस इंडिया-2017’ की रनरअप प्रियंका कुमारी, जी लेबोरेटरीज के सीईओ रोहन मुकुल व केंद्रीय विश्वविद्यालय की असिस्टेंट प्रोफेसर राखी बख्शी ने अपनी पारखी नजरों से ‘मिस हिमाचल-2018’ का चुनाव ही नहीं किया, बल्कि फाइनलिस्ट को जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरित भी किया। ग्रूमिंग सेशन के दौरान फाइनलिस्ट ने विशेषज्ञों से जो भी सीखा, उसी का ही परिणाम था कि उन्होंने इस बड़े मंच पर जजों के समक्ष अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। दीगर है कि निर्णायकों में शामिल प्रियंका जहां फैशन इंडस्ट्री से ताल्लुक रखती हैं तो रोहन मुकुल उद्योगपति और राखी बख्शी शिक्षाविद हैं। पटना से ताल्लुक रखने वाली प्रियंका ने कम उम्र में लंबा सफर तय किया और भारत के उस मंच तक पहुंची हैं, जहां पहुंचने के लिए कठिन दौर से गुजरना पड़ता है। प्रियंका कुमारी ने कहा कि हिमाचल में प्रतिभाओं की कमी नहीं है, ये उन्होंने ‘मिस हिमाचल’ के मंच पर देख लिया। रोहन मुकुल का कहना है कि उन्हें यह मौका ‘मिस हिमाचल’ के मंच पर दूसरी बार मिला है। यह एक मुश्किल कार्य था, लेकिन उन्होंने इसे बखूबी निभाने का प्रयास किया। शिक्षाविद राखी बख्शी के लिए यह पहला मौका था, लिहाजा वह इसे लेकर काफी रोमांचित थीं। राखी बक्शी कहती हैं कि सभी फाइनलिस्ट आत्मविश्वास से लबरेज थीं। मगर सिर्फ टॉप-3 को चुनना किसी चुनौती से कम नहीं था।

जीवनसंगी की तलाश हैतो आज ही भारत  मैट्रिमोनी पर रजिस्टर करें– निःशुल्क  रजिस्ट्रेशन करे!


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App