बिना रजिस्ट्रेशन चल रहे ठेके

By: Apr 20th, 2018 12:05 am

मंडी – जिला भर में ठेके तो शुरू कर दिए गए हैं, लेकिन ठेकों के आबंटन के बाद किसी भी संचालक ने फूड एंड सेफ्टी डिपार्टमेंट में रजिस्ट्रेशन ही नहीं करवाई है। ऐसे में जिला भर के ठेके बिना रजिस्ट्रेशन के ही चलाए जा रहे हैं। फूड एंड सेफ्टी डिपार्टमेंट ने आबकारी एवं कराधान विभाग से जिला भर के ठेकों की पूरी डिटेल मांग ली है। यही नहीं, जल्द से जल्द रजिस्ट्रेशन न करवाने वाले ठेकों के चालान भी काटे जाएंगे। गौरतलब हो कि ठेके के आबंटन के बाद संचालक को फूड एंड सेफ्टी डिपार्टमेंट के पास भी रजिस्ट्रेशन करवानी होती है, लेकिन नए वित्त वर्ष में ठेके खुले हुए करीब 19 दिन बीत गए हैं और एक भी ठेका संचालक द्वारा रजिस्ट्रेशन नहीं करवाई गई है। ठेके की रजिस्ट्रेशन फीस करीब 2000 रुपए सालाना बनती है। ऐसे में रजिस्ट्रेशन न होने से न सिर्फ नियमों की धज्जियां उड़ रही हैं, बल्कि विभाग को होने वाले राजस्व में भी घाटा हो रहा है। नियमों पर गौर करें तो रजिस्ट्रेशन के बगैर शराब बेचने पर पांच लाख रुपए तक जुर्माना और छह माह तक की सजा का प्रावधान है। ऐसे में जल्द से जल्द रजिस्ट्रेशन न करवाने पर फूड एंड सेफ्टी विभाग द्वारा शिकंजा कसने की तैयारी हो चुकी है। जानकारी के अनुसार फूड एंड सेफ्टी विभाग की ओर से आबकारी एवं कराधान विभाग को बाकायदा चिट्ठी लिख जिला भर के ठेकों का पूरा ब्यौरा मांगा गया है। ऐसे में जिला भर के ठेकों का ब्यौरा मिलते ही नोटिस भेजे जाएंगे। इसके बाद भी रजिस्ट्रेशन न करवाने वालों पर शिकंजा कसा जाएगा। अब आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो 2000 रुपए के हिसाब से 313 ठेकों के 6.26 लाख रुपए बनते हैं। ऐसे में इस समय फूड डिपार्टमेंट को रजिस्ट्रेशन न होने से सीधा सवा छह लाख का चूना लग रहा है।

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