घर-घर जाकर ढूंढे 23 टीबी मरीज

By: Jun 20th, 2018 12:05 am

पहली से 15 जून तक चलाया गया था एक्टिव टीबी फाइंडिंग आपरेशन

मंडी – जिला मंडी में पहली से 15 जून तक चलाए गए एक्टिव टीबी फाइंडिंग केस में स्वास्थ्य विभाग को सफलता मिली है। एक्टिव टीबी फाइंडिंग राउंड में चिन्हित इलाकों में विभाग की टीम ने घर-घर जाकर लोगों के बलगम के नमूने लिए थे। इसमें 21 ऐसे लोगों की पहचान की, जिन्हें टीबी था और वे बीमारी से अनजान थे। यही नहीं, करीब 15 दिन चले इस अभियान में दो व्यक्तियों के केस एमडीआर के भी पाए गए हैं। एमडीआर को आम भाषा में बिगड़ी हुई टीबी कहते हैं। अब इन मरीजों का जल्द इलाज शुरू होगा। जिला भर में 15 दिन तक चले इस अभियान में खास मोबाइल वैन भी मंगवाई गई थीं। इसमें सीबी नेट की मशीन इंस्टाल की गई थी। इस मशीन से चंद मिनटों में पता लगाया जा सकता है कि व्यक्ति को टीबी है या नहीं। यह सीबी नेट मशीन जिला अस्पतालों में ही स्थापित होती है, लेकिन एक्टिव टीबी फाइंडिंग केस के लिए विशेष तौर पर यह मोबाइल वैन जिला में मंगवाई गई थी। दूरस्थ क्षेत्र जहां से बलगम के सैंपल लाने में कठिनाई होती है, वैसे क्षेत्रों में यह मोबाइल वैन काफी कारगर साबित हुई। यहां बता दें कि पूरे हिमाचल में उक्त अभियान चलाया जा रहा है। इसमें हाई रिस्क एरिया चिन्हित किए जाते हैं, जहां टीबी के होने की आशंका ज्यादा रहती है। बता दें कि मरीज को टीबी की पुष्टि होने पर सरकार की ओर से हाल ही में हर 500 रुपए न्यूट्रीशियन डाइट के लिए देने की भी पहल की गई है।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App