पुराने नियमों पर ही मिलेगी डिग्री
रूसा एनुअल सिस्टम में पेपर पैटर्न से नहीं होगी छेड़छाड़, कोर्स कोड बदले
शिमला — राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान को भले ही इस सत्र से वार्षिक आधार पर लागू कर दिया गया है, लेकिन इस प्रणाली में परीक्षा पैटर्न में कोई बड़ा बदलाव नहीं किया गया है। परीक्षा के पैटर्न से छेड़छाड़ न करते हुए रूसा के लिए गठित रिकंसीडरिंग कमेटी ने डिग्री को पहले के तय नियमों पर ही रख कर ड्राफ्ट तैयार किया है। कमेटी की ओर से परीक्षाओं और कक्षाओं के लिए एक खाका तैयार किया गया है, जिसे सरकार की ओर से हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय को सौंपा गया है। इसके आधार पर बीए, बीकॉम और बीएससी की पास कोर्स की डिग्री छात्रों को 132 क्रेडिट पर ही दी जानी है। इसके अलावा 148 क्रेडिट पर ऑनर्स कोर्स की डिग्री छात्रों को रूसा के तहत प्रदान की जाएगी। कमेटी की ओर से तैयार ड्राफ्ट में जिस पैटर्न में बदलाव किया गया है, वे हैं विषयों के कोड। रूसा के तहत पहले और दूसरे सेमेस्टर में होने वाली परीक्षाओं को पहले ही वर्ष में शामिल कर दिया गया है। इसमें विषय के कोड को ए, बी, और 2ए, 2बी कर इसमें बदलाव किया गया है। कोर कोर्स के 36 क्रेडिट और एईसी कोर्स के आठ क्रेडिट मिलाकर एक वर्ष में 44 क्रेडिट छात्रों को प्राप्त होंगे। इसी तरह दूसरे वर्ष में कोर कोर्सेज के 36 और स्किल एनहृसमेंट के दो कोर्सेज के आठ क्रेडिट तीसरे वर्ष में स्किल एनहृसमेंट के दो कोर्सेज के आठ क्रेडिट इलेक्टिव कोर्स के चार पेपरों के 24 क्रेडिट और जेनरिक इलेक्टिव के दो पेपरों के 12 क्रेडिट यानी कुल 44 क्रेडिट की परीक्षाएं छात्रों को देनी होंगी। इस तरह से छात्रों के 132 क्रेडिट पास कोर्स डिग्री के लिए पूरे होंगे। इस तरह से पेपरों को एक साथ जोड़ कर पहले के रूसा के सेमेस्टर परीक्षाओं के तहत ही बीए, बीकॉम और बीएससी कोर्स के लिए परीक्षा पैटर्न रखा गया है, जिस पर पूरा फारमेट अब प्रदेश विश्वविद्यालय को तैयार करना होगा।
44 क्रेडिट के लिए एग्जाम
तीन वर्ष के वार्षिक कोर्स में अब छात्रों को एक वर्ष में 44 क्रेडिट के लिए परीक्षाएं देनी होंगी। आठ पेपरों में कोर कोर्स में छह-छह क्रेडिट के छह पेपर और एबिलिटी एनहृसमेंट कोर्स की चार-चार क्रेडिट की दो परीक्षाएं देनी होंगी।
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