मुझे आडवाणी न समझे कांग्रेस कमेटी

By: Jul 14th, 2018 12:07 am

सुक्खू के मार्गदर्शक वाले बयान पर ठियोग सम्मेलन में बोले पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह

ठियोग— ठियोग में शुक्रवार को कांग्रेस के सम्मेलन में पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने फिर से पार्टी के भीतर राजनीतिक गरमाहट पैदा कर दी है। सम्मेलन पर सभी की निगाहें थी कि जिस तरह से वीरभद्र सिंह ने बाकी सम्मेलनों से दूरियां बनाई रखी थीं तो शायद ठियोग में कुछ खास सुनने को मिले। वीरभद्र सिंह को मार्गदर्शक की संज्ञा देने पर पीसीसी चीफ सुखविंदर सुक्खू की बात लेकर वीरभद्र सिंह ने कहा है कि वह यह न समझें की पार्टी में उनकी पोजीशन आडवाणी जैसी होगी। पीसीसी को यह ध्यान रखना चाहिए की वह उनसे कहीं ज्यादा एक्टिव होकर राजनीति कर रहे हैं। बता दें कि रजनी पाटिल के पहले चार सम्मेलनों से नदारद वीरभद्र सिंह को प्रदेधाध्यक्ष सुक्खू ने मार्गदर्शक की संज्ञा दी थी। वीरभद्र सिंह उसी बात को लेकर ठियोग के सम्मेलन में तल्ख नजर आए। उन्होंने पार्टी में अपने विरोधियों को खुली चेतावनी देते हुए कहा कि कांग्रेस में जो लोग उनको मार्गदर्शक मंडल में डालने के सपने देख रहे हैं, वह गलतफहमी में न रहें। उम्र के इस पड़़ाव में भी वह कांग्रेस की आज की पीढ़ी से अधिक सक्रिय हैं। लोकसभा चुनाव में अगर उम्मीदवार काबिल होंगे तो ज्यादा सक्रियता के साथ प्रचार करेंगे। वीरभद्र सिंह ने यह भी कहा कि उनके किसी से कोई राजनितिक मतभेद नहीं हैं। असूलों की राजनीति करता हूं। वीरभद्र सिंह ने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली हार को लेकर कहा कि कांग्रेस पार्टी भाजपा की वजह से नहीं, बल्कि अपनी गलतियों से हारी है। आपसी गुटबाजी व संगठन की कमजोरी के कारण कांग्रेस अपनी सरकार नहीं बना पाई। कुछ एक चुनाव क्षेत्रों में पार्टी प्रत्याशियों को जान बूझकर हराया गया, जिससे पार्टी को बड़ा नुकसान हुआ। कई जगह ऐसे लोगों को भी टिकट दिए गए, जिनकी जनता के बीच कोई पकड़ नहीं थी और वह जमानतें जब्त करवाकर बुरी तरह से चुनाव हार गए। पूर्व सीएम ने सुक्खू पर निशाना साधते हुए कहा कि संगठन की गतिविधियों को पार्टी आफिस तक ही सीमित न रखा जाए, बल्कि आम आदमी के बीच जाकर भी केंद्र व प्रदेश सरकार की जनविरोधी नितियों को उजागर करना भी जरूरी है। हालांकि इस बीच कांग्रेस की प्रभारी रजनी अशोक पाटिल ने वीरभद्र की नाराजगी का मैसेज हाइकमान के सामने रखने का भी आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह हम सबके वरिष्ठ नेता हैं और सभी उनका सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह के बिना प्रदेश कांग्रेस अधूरी है। इनका नेतृत्व और मार्गदर्शन हम सभी के लिए जरूरी है।

वीरभद्र सिंह को बनाएं चेहरा

सम्मेलन में पार्टी प्रभारी रजनी पाटिल के सामने तीन विधायकों में रामपुर से नंदलाल, रोहडू मोहन लाल ब्राक्टा तथा कुसुम्पटी के अनिरूद्व सिंह ने साफ शब्दों में कहा कि यदि लोकसभा चुनाव में वीरभद्र सिंह को चेहरा नहीं बनाया जाता तो इससे कांग्रेस को बड़ा नुकसान होगा। हिमाचल कांग्रेस में वीरभद्र सिंह एक चेहरा है, इसलिए लोकसभा चुनाव में इन्हें फ्री हैंड दिया जाना चाहिए।

स्वागत में भी गुटबाजी

ठियोग पहुंचने पर कांग्रेस नेताओं का अलग-अलग दो धड़ों में स्वागत हुआ। इसमें कुछ कार्यकर्ता सुखविंदर सिंह सुक्खू व रजनी पाटिल के साथ हाल में चले गए जबकि कुछ कार्यकर्ता वीरभद्र सिंह के नारे लगाते हुए बाद में उनके साथ हाल में पहुंचे।


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