राफेल सौदे में ऐसी कंपनी शामिल, जो बनी ही नहीं थी
नई दिल्ली— कांग्रेस ने राफेल लड़ाकू विमान सौदे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आज आरोप लगाया कि उन्होंने सार्वजनिक क्षेत्र की हिंदोस्तान एरोनोटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के साथ हुए समझौते को रद्द कर निजी क्षेत्र की ऐसी कंपनी को ठेका दिया, जो समझौते के समय धरातल पर थी ही नहीं। कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीपसिंह सुरजेवाला ने यहां पार्टी मुख्यालय में आयोजित विशेष संवाददाता सम्मेलन में कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार ने इस सौदे के तहत फ्रांस की कपंनी डसाल्ट एविएशन के साथ संयुक्त उपक्रम में एचएएल को तकनीकी हस्तांतरण के लिए साझीदार बनाया था। मोदी सरकार ने इस समझौते को रद्द कर दिया और अब रिलायंस डिफेंस लिमिटेड नाम की कंपनी ने डसाल्ट एविऐशन के साथ संयुक्त उपक्रम बनाया है। कंपनी समझौते के समय अस्तित्व में ही नहीं थी। यह कंपनी राफेल सौदा होने के 14 दिन बाद बनी है।
डोकलाम मुद्दे पर कुछ नहीं बोलते
नई दिल्ली — कांग्रेस ने कहा कि चीन ने डोकलाम क्षेत्र में बड़ी सैन्य ढांचागत सुविधा विकसित कर ली है लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मुद्दे पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं। चीनके कदम हमारे लिए बड़ी चुनौती बन गया है, लेकिन श्री मोदी इस मुद्दे परकुछ भी बात करने के लिए तैयार नजर नहीं आ रहे हैं।
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