बिन संविधान संशोधन संभव नहीं एक साथ चुनाव

By: Aug 16th, 2018 12:07 am

एक देश-एक चुनाव पर मुख्य चुनाव आयुक्त रावत बोले

नई दिल्ली— देशभर में एक साथ चुनाव कराने की मांग एक बार फिर जोर पकड़ चुकी है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने इस मुद्दे पर विधि आयोग को पत्र लिखकर एक बार फिर इस मुद्दे को गरमा दिया है। अब इस मसले पर मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) ओपी रावत की टिप्पणी भी सामने आ गई है। ओपी रावत ने कहा है कि वर्तमान परिदृश्य में पूरे देश में एक साथ चुनाव संभव नहीं है। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि अगर  चरणबद्ध तरीके से करवाया जाए तो कई राज्यों के चुनाव आम चुनावों के साथ संभव हैं। चुनाव आयुक्त ने कहा कि देश में पहले चार चुनाव एक साथ ही थे। अगर कानून में संशोधन हो, मशीनें पर्याप्त हों और सुरक्षाकर्मी जरूरत के हिसाब से हों, तो ऐसा संभव है। इस संदर्भ में चुनाव आयुक्त ने कहा कि राज्य विधानसभाएं अगर सहमत हो जाएं तो एक साथ चुनाव कराना संभव है। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि केंद्र सरकार अगले साल लोकसभा चुनावों के साथ 10-11 राज्यों के विधानसभा चुनाव भी करवाने के प्रयास कर रही है। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि अगर पूरे देश में एक साथ चुनाव कराने की बात तो बिना संशोधन के संभव नहीं दिखती। जैसा 11 राज्यों के चुनाव का मीडिया में आया है तो उस तरह की स्थिति में एक साथ चुनाव करवाए जा सकते हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत ने बताया कि एक साथ चुनाव को लेकर चुनाव आयोग 2015 में ही व्यापक सुझाव दे चुका है। चुनाव आयोग बता चुका है कि इसके लिए संविधान और जनप्रतिनिधित्व कानून में कौन-कौन से संशोधन करवाने होंगे। ओपी रावत ने कहा कि इन संशोधनों के बाद अन्य जरूरतो में पर्याप्त वोटिंग मशीन (वीवीपैट), अधिक सुरक्षाकर्मियों जैसी जरूरतों से भी अवगत करा दिया गया था।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App