अंध महासागर हरा क्यों दिखाई देता है
भूमध्य और अंध महासागर की विशेषता है कि इन्हें इनके रंग के आधार पर पहचाना जा सकता है। भूमध्य सागर का जल और अंध महासागर का जल हरा दिखाई देता है। ऐसा इसलिए होता है कि सूर्य के प्रकाश में सात रंग होते हैं। कोई वस्तु किस रंग की दिखाई देगी, यह इस बात पर निर्भर करता है कि वह सूर्य के प्रकाश में मिले 7 रंगों में से किसको परावर्तित करती है। यह इस वस्तु या पदार्थ की संरचना पर भी निर्भर करता है कि वह किस रंग को परावर्तित करेगी। सामान्यतः समुद्र के पानी की विशेषता होती है कि वह सिर्फ नीले रंग को ही परावर्तित करता है। इसलिए सभी समुद्रों का रंग नीला दिखाई देता है। अंध महासागर के तल में हरे पौधों की बहुतायत है। इन पौधों के नष्ट होने के कारण पीला रंग इस महासागर में घुलता रहता है। इस कारण यह समुद्र नीले और पीले दोनों ही रंगों को परावर्तित करता है। चूंकि, दोनों रंग एक साथ ही परावर्तित होते हैं, तो इसलिए इस महासागर का रंग हरा दिखाई देता है, जो नीले और पीले रंग से मिलकर बना है। चूंकि भूमध्यसागर के जल में पीला रंग नहीं घुलता, इसलिए वह अन्य सागरों की तरह सिर्फ नीले रंग को ही परावर्तित करता है। इसलिए उसका पानी नीला दिखाई देता है।
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