दुबई— भारतीय ओपनर शिखर धवन को एशिया कप में उनकी शानदार बल्लेबाजी के लिए मैन ऑफ दि टूर्नामेंट का पुरस्कार मिला। शिखर ने टूर्नामेंट में पांच पारियों में 68.40 के औसत और दो शतकों की मदद से सर्वाधिक 342 रन बनाए। इस प्रदर्शन  के लिए उन्हें मैन ऑफ दि टूर्नामेंट का पुरस्कार और 15 हजार

वर्ष 1912 में जब लंदन में गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर के संग्रह ‘गीतांजलि’ का प्रकाशन हुआ,  ‘‘यीट्स के अनुसार’’, यह ऐसी रचना थी, जिसका तत्कालीन साहित्य में कोई जोड़ नहीं था। जब स्वीडिश अकादमी ने गुरुदेव को ‘गीतांजलि’ के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित करने का फैसला लिया, तो यीट्स की बात सच साबित हुई। कहते

प्रदेश सरकार ने पर्यावरण संरक्षण के लिए पापा प्रोजेक्ट (पोल्यूशन अवेटिंग प्लांट्स अभियान)भले ही कुछ समय पहले छेड़ा हो, लेकिन कांगड़ा जिला की एक हस्ती पिछले 30 साल से इस मुहिम पर काम कर रही है। नाम है बीएस माहल। (स्टेट डिवीजनल फायर आफिसर) पद से रिटायर श्री माहल अब तक शिमला से लेकर मैसूर

रामचंद्र शुक्ल (जन्म-4 अक्तूबर, 1884, उत्तर प्रदेश; मृत्यु-1941 ई.) बीसवीं शताब्दी के हिंदी के प्रमुख साहित्यकार थे। उनके द्वारा लिखी गई पुस्तकों में हिंदी साहित्य का इतिहास प्रमुख है, जिसका हिंदी पाठ्यक्रम को निर्धारित करने में प्रमुख स्थान है। जीवन परिचय रामचंद्र शुक्ल जी का जन्म बस्ती जिले के अगोना नामक गांव में सन् 1884

2 अक्तूबर, 1869 मोहनदास करमचंद गांधी का जन्म भारत में गुजरात के एक तटीय शहर पोरबंदर में 2 अक्तूबर, सन् 1869 को हुआ था। सत्याग्रह और अहिंसा के सिद्धांतों पर चलकर उन्होंने भारत को आजादी दिलाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके इन सिद्धांतों ने पूरी दुनिया में लोगों को नागरिक अधिकारों एवं स्वतंत्रता आंदोलन के

मुख्यमंत्री प्राकृतिक आपदा में सैनिकों की मदद से गदगद शिमला —भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में दो वर्ष पूर्व आतंकियों के ठिकानों पर की गई सर्जिकल स्ट्राइक विश्व में भारतीय सेना बल की वीरता व कार्यकुशलता को प्रदर्शित करती है। यह बात मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शनिवार को यहां रिज मैदान पर राज्य स्तरीय

बच्चों का बेडरूम सजाते समय माता-पिता अपनी सारी कल्पनाएं उसमें लगा देना चाहते हैं। वास्तु के आधार पर बना मकान ब्रह्मांड से सकारात्मक ऊर्जा को अपनी ओर आकर्षित करता है और भवन के अंदर ऊर्जा का संतुलन बना रहता है, जिससे वहां सुख, शांति, प्रगति और सौहार्द का माहौल उत्पन्न होता है। ब्राइट कलर के

गांववासियों की कोशिश से अब यह भारत का पहला ‘धरोहर गांव’ कहलाता है। मुगल काल के दौरान अत्याचारों के खिलाफ आवाज बुलंद करने वाली राजकुमारी ‘पराग’ के नाम पर इस गांव का नामकरण हुआ…  परागपुर मुगल साम्राज्य और ब्रिटिश काल का गुलामी भरा जीवन भी परागपुर गांव के लोगों को अपनी संस्कृति और परंपराओं से

घुमारवीं — कर्नाटक राज्य में गर्म जलवायु में उगने वाले सेब एचआरएमएन-99 के सफल पैदावार के बाद अब भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद भारत सरकार बड़े पैमाने पर इसकी खेती करेगी, जिससे कर्नाटक सहित अन्य गर्म जलवायु वाले राज्यों में व्यापक स्तर पर सेब की खेती हो सके। इसके लिए आईसीएआर ने कर्नाटक के किसानों तथा

पतलीकूहल—अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण एवं संबंधी खेल संस्थान मनाली में बेसिक पर्वतारोहण कोर्स आयोजित किया गया, जिसमें देश के विभिन्न राज्यों  के  लगभग 120 ऊर्जावान युवाओं ने भाग लेकर प्रशिक्षण प्राप्त किया।  यह कोर्स पहली से 26 सितंबर तक करवाया गया। समुदाय आधारित पर्यटन परियोजना के अंतर्गत चयनित पंचायत बड़ाग्रां के 15 युवाओं ने इस