सेब पर कलर स्प्रे बैन; सरकार ने लगाया प्रतिबंध, सेहत के लिए बहुत हानिकारक

By: विशेष संवाददाता — शिमला Aug 11th, 2020 12:06 am

विशेष संवाददाता — शिमला

हिमाचल में सरकार सेब पर कलर स्प्रे प्रतिबंधित करेगी। जो बागबान अपना सेब जल्द मार्केट में बेचने के नजरिए से उस पर बेहतर रंग देने के लिए स्प्रे करते हैं, उन्हें रोकने के लिए सरकार इस तरह का कदम उठाने जा रही है। इसे अगले साल से यहां लागू किया जाएगा, जिसकी तैयारी चल रही है। इस बार भी ऐसे मामले सामने आए हैं, जिसमें जल्द से जल्द मार्केट में बेहतर दाम हासिल करने के लिए बागबानों ने तय अवधि से पहले सेब तोड़ दिए, क्योंकि इससे पहले उनमें कलर स्प्रे किया गया था।

सेब को अलग सा रंग देकर ये लोग मार्केट में बेचते हैं, जो कि सेब खाने वालों की सेहत से खिलवाड़ है। ऐसे रंग वाला सेब लोगों की सेहत को हानि पहुंचा सकता है, जिसे खुद सरकार मानती है। भविष्य में न केवल इस तरह के स्प्रे तैयार करने वाली कंपनियों को यहां प्रतिबंधित किया जाएगा, वहीं इसके साथ बागबानों को भी इसके प्रति जागरूक करेंगे। विशेषज्ञों की मानें, तो इस तरह कलर सेब पर करने से पौधे की उम्र भी कम होती है। पौधे जो करीब आठ से दस साल तक सेब तो देते रहेंगे, मगर उसके बाद इनसे सेब लेना मुश्किल हो जाएगा। क्योंकि इनमें धीरे-धीरे दूसरी बीमारियां लगती हैं और फिर अपनी तय उम्र तक सेब का पौधा नहीं चलता। इस संबंध में बागबानों को जागरूक करने का काम भी सरकार करेगी। हालांकि हर बागबान को इसके बारे में समझाना या फिर उन पर चैक रखना मुश्किल काम है, लेकिन बागबानी विभाग बागबानों से इस पर बातचीत करेगा। कलर स्प्रे से तैयार सेब ज्यादा दिन तक नहीं टिक पाता और जल्दी ही खराब हो जाता है। इतना ही नहीं, इस तरह के स्प्रे से पौधों को नुकसान के साथ जमीन की उर्वरा शक्ति पर भी प्रभाव पड़ता है। बाद में वहां ऐसा भी हो सकता है कि सेब उगे ही ना।

आसपास के बागीचों को भी होता है नुकसान

प्रदेश में इन दिनों सेब के पौधों पर स्कैब रोग चल रहा है, जिसके लिए बागबानी विभाग उन बागीचों में छिड़काव करवा रहा है, जो कि बेकार पड़े हैं। ऐसे बागीचे जिनकी कोई देखरेख नहीं होती, उनमें इस तरह की बीमारी लगती है। विशेषज्ञों की मानें, तो ऐसे बागीचे आसपास के बागीचों को भी नुकसान पहुंचाते हैं। इसी तरह की बीमारियों से सरकार ने अब कलर स्प्रे पर प्रतिबंध लगाने की सोची है। अगले साल से इसे लागू किया जा सकता है।


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