आठ सांसदों के निलंबन पर हंगामा, सभापति के कहने पर भी नहीं निकले बाहर

By: एजेंसियां - नई दिल्ली Sep 22nd, 2020 12:08 am

सभापति के कहने पर भी नहीं निकले बाहर, कार्यवाही करनी पड़ी स्थगित

राज्यसभा में अमर्यादित आचरण करने के लिए कांग्रेस के राजीव सातव, तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन और आम आदमी पार्टी के संजय सिंह समेत विपक्ष के आठ सदस्यों को सोमवार को सात दिन के लिए निलंबित कर दिया गया, जिसके कारण सदन में भारी हंगामा हुआ और सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित करनी पड़ी। सोमवार को सभापति एम. वेंकैया नायडू ने शून्यकाल के बाद तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन और डोला सेन , कांग्रेस के सैयद नासिर हुसैन, रिपुन बोरा, राजीव सातव, आम आदमी पार्टी के संजय सिंह, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के केके रागेश और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के इलामारम करीम को निलंबित करने की घोषणा की।

 रविवार को सदन में कृषि सुधार से संबंधित दो विधेयकों को पारित कराने की प्रक्रिया के दौरान विपक्ष के सदस्यों ने भारी हंगामा किया था और अव्यवस्था के बीच ही इन विधेयको को पारित कर दिया गया था। विपक्ष ने विधेयकों पर मतविभाजन की मांग की थी। श्री नायडू ने कहा कि निलंबित सदस्य सदन की कार्यवाही का हिस्सा नहीं होंगे और वे सदन से बाहर चले जाएं। इसके बावजूद कांग्रेस, आप और तृणमूल कांग्रेस के सदस्य सदन के बीच में आ गए और नारेबाजी करने लगे और सभी सदस्य सदन में डटे रहे। श्री नायडू ने रविवार को राज्यसभा के लिए बहुत बुरा दिन बताते हुए कहा कि आसन के निकट सदस्य नाच रहे थे और चिल्ला रहे थे। समय पर मार्शल  नहीं होते तो क्या होता।  उपसभापति को शारीरिक रूप से नुकसान पहुंचाने तक की धमकी दी गई।

उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता समेत 46 सदस्यों ने उपसभापति के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव दिया है, उसे वह नामंजूर करते हैं। इसके बावजूद निलंबित सदस्य सदन में उपस्थित रहे और शोरशराबा करते रहे। इसके चलते सदन की कार्यवाही तीन बार स्थगित करनी पड़ी। इसके चलते सदन की कार्यवाही बुधवार तक के लिए स्थगित करने की घोषणा कर दी। इसके बाद निलंबित किए सांसदों ने अपनी-अपनी पार्टी के अन्य सदस्यों के साथ गांधी प्रतिमा पर धरना दिया। वहीं, भाजपा ने विपक्षी सांसदों के व्यवहार को गुंडागर्दी करार दिया है।

विपक्ष आगबबूला

अपने सांसदों के निलंबन से विपक्षी दल बेहद आक्रामक हो गए हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और पार्टी की मुखिया ममता बनर्जी ने भाजपा पर लोकतंत्र की हत्या का आरोप लगाते हुए कहा कि वह संसद और सड़क दोनों जगह फासीवादी सरकार से लड़ेंगी।

नायडू ने उपसभापति के खिलाफ  अविश्वास प्रस्ताव किया खारिज

राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि एक दिन पहले उच्च सदन में कुछ विपक्षी सदस्यों का आचरण दुखद, अस्वीकार्य और निंदनीय है। नायडू ने उपसभापति हरिवंश के खिलाफ  विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि सदस्यों ने कोविड-19 संबंधी सामाजिक दूरी के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन किया। इसके अलावा उन्होंने उपसभापति हरिवंश के साथ बदसलूकी की। माइक उखाड़े गए और नियमों की पुस्तिका फेंकी गई। उनके साथ अमर्यादित आचरण किया गया।


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