भारत की बेटी 14 साल की अनिका चेबरोलू का अमरीका में डंका, जीता यंग साइंटिस्ट चैलेंज

By: एजेंसियां — ह्यूस्टन Oct 20th, 2020 12:06 am

भारतीय मूल की अमरीकी किशोरी ने एक अनोखी खोज के लिए 25,000 अमरीकी डालर का इनाम जीता है। यह खोज कोविड-19 का एक संभावित उपचार प्रदान कर सकती है। अनिका चेबरोलू (14) को यह राशि ‘3एम यंग साइंटिस्ट चैलेंज’ में शीर्ष 10 में आने के लिए मिली है। यह अमरीका की एक प्रमुख माध्यमिक विद्यालय विज्ञान प्रतियोगिता है। ‘3एम’ मिनेसोटा स्थित एक अमरीकी विनिर्माण कंपनी है। ‘3एम चैलेंज वेबसाइट’ के अनुसार पिछले साल एक गंभीर ‘इन्फ्लूएंजा’ संक्रमण से जूझने के बाद चेबरोलू ने यंग साइंटिस्ट चैलेंज में हिस्सा लेने का फैसला किया। वह ‘इन्फ्लूएंजा’ का इलाज खोजना चाहती थी। कोविड-19 के बाद सब बदल गया और सार्स-सीओवी-2 संक्रमण पर ध्यान केंद्रित किया। अनिका चेबरोल ने एक अणु विकसित किया है, जो कोरोना वायरस के एक निश्चित प्रोटीन को बांध सकता है और इसे फंक्शन करने से रोक सकता है। अनिका चेबरोलू कहती हैं कि मैंने जिस मॉलिक्यूल को विकसित किया है वे सार्स-कोव-2 वायरस पर एक निश्चित प्रोटीन को बांध सकता है। इस प्रोटीन को बांधने से यह प्रोटीन के फंक्शन को रोक देगा। अपनी जीत के बारे में बात करते हुए अनिका कहती हैं कि यह रोमांचक है। मैं अभी भी सबकुछ करने की कोशिश कर रही हूं। अनिका हमेशा कोरोना वायरस पर ध्यान केंद्रित नहीं करती थी। जब साल शुरू हुआ, वह मौसमी फ्लू से लड़ने के तरीकों पर काम कर रही थी। महामारी की चपेट में आने पर उसकी योजना बदल गई।

अत्यधिक संक्रामक वायरस के लिए और एक संभावित दवा खोजने के लिए 14 वर्षीय अनिका ने कई तरह कम्प्यूटर प्रोग्राम्स का इस्तेमाल किया, ताकि यह पता लगाया जा सके कि अणु (मॉलिक्यूल) सार्स-कोव-2  वायरस से कैसे और कहां से जुड़ेगा। अनिका ने दवा की खोज के लिए सिलिका पद्धति का उपयोग अणु को खोजने के लिए किया, जो कि कोविड-19 महामारी का इलाज खोजने के प्रयास में सार्स-कोव-2 वायरस के स्पाइक प्रोटीन को चुन सकता है। खबर के अनुसार, यह स्पष्ट नहीं है कि उसकी शोध का लाइव मॉडल पर परीक्षण किया गया है या नहीं। एक दिन मेडिकल शोधकर्ता और प्रोफेसर बनने की उम्मीद रखने वाली अनिका कहती हैं कि कि उनके दादाजी ने विज्ञान में उनकी रुचि को और ज्यादा बढ़ाने का काम किया। मेरे दादाजी ने हमेशा मुझे साइंस की ओर धकेला। वह वास्तव में केमिस्ट्री के प्रोफेसर थे और वह हमेशा मुझे तत्वों की आवर्त सारणी और विज्ञान के बारे में इन सभी बातों को जानने और समय के साथ सीखने के लिए कहते थे। उनकी विज्ञान परियोजना के आसपास मीडिया प्रचार इस बात का संकेत है कि हर कोई महामारी को समाप्त करना चाहता है। वह कहती हैं कि पिछले दो दिनों में, मैंने देखा कि मेरी परियोजना के बारे में बहुत सारा मीडिया प्रचार है, क्योंकि इसमें सार्स-कोव-2 वायरस शामिल है और यह इस महामारी को समाप्त करने के लिए हमारी उम्मीदों को दर्शाता है। मुझे उम्मीद है कि हम सब अपने सामान्य जीवन की ओर जल्दी से जल्द वापस लौटेंगे।

विशेष मेंटरशिप भी

अनिका चेबरोलू को इनामी राशि के साथ ही ‘3एम’ की विशेष मेंटरशीप भी मिली है। चेबरोलू ने कहा कि मैं अमरीका के शीर्ष युवा वैज्ञानिकों की सूची में शामिल होकर खुश हूं।


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