खूखे की मार से राजमाह की फसल तबाह
भरमौर में बारिश न होने से सत्तर फीसदी नकदी फसले खराब, किसान-बागबान परेशान
भरमौर-जनजातीय क्षेत्र भरमौर में सूखे की मार ने खेतों को बेजान कर दिया है। लंबे समय से बारिश न होने के चलते यहां पर खेतीबाड़ी सौ फीसदी प्रभावित होकर रह गई है। लिहाजा 15 नबंवर तक अगर बारिश नहीं होती है, तो बिजाई के भी भविष्य में निष्फल रहने की संभावना अधिक रहेगी। खुद कृषि विभाग के अधिकारी इस बात को मान रहे है। भरमौर क्षेत्र में पहले सूखे की चपेट में आने से राजमाह समेत अन्य नकदी फसलें सत्तर फीसदी तबाह हो चुकी। फसलों पर सूखे की मार का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि क्षेत्र के कई हिस्सों में किसानों को बीज भी जमीन से नहीं मिल पाया। नतीजतन लॉकडाउन में खेतों की ओर मुड़े ग्रामीणों की सभी उम्मीदें धरी की धरी रह गई। मौजूदा समय में भरमौर क्षेत्र में गेहूं व मटर समेत अन्य फसलों की बिजाई का समय चल रहा है।
कृषि विभाग के भरमौर स्थित विषय वस्तु विशेषज्ञ राम चंद चौधरी की मानें तो 15 नबंवर तक क्षेत्र में अब फसलों की बिजाई का समय है। इस अवधि तक बारिश नहीं होती है तो बिजाई का भी कोई औचित्य नहीं रहेगा। चूंकि नबंवर माह में क्षेत्र में बारिश की बहुत कम संभावना रहती है। लिहाजा इस स्थिति में अगर किसान बिजाई कर भी देते है तो सीधा बर्फबारी होने पर किसानों को इसका कुछ भी फायदा नहीं मिलेगा। उन्होंने बताया कि पहले भी क्षेत्र में सूखे की मार के कारण 70 फीसदी फसल तबाह हो चुकी थी। इसकी रिपोर्ट भी उच्चाधिकारियों को भेजी जा चुकी है।
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