होम आइसोलेट मरीजों पर रखें नजर

By: अमन अग्निहोत्री—मंडी Nov 27th, 2020 12:01 am

केंद्रीय टीम का मंडी जिला प्रशासन को सुझाव कहा, लापरवाही से और बढ़ जाएगा खतरा

कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार द्वारा भेजी गई उच्च स्तरीय टीम ने गुरुवार को मंडी में जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों के साथ बैठक की। टीम ने मंडी जिला में बढ़ते मामलों पर चिंता जताते हुए होम आइसोलेशन पर कड़ी नजर रखने के आदेश प्रशासन को दिए। टीम के नोडल अधिकारी डा. राजीव गर्ग ने जिला प्रशासन से होम आइसोलेशन में लापरवाही बरतने वाले संक्रमितों पर पैनी नजर रखने को कहा। उन्होंने कहा कि यह पाया गया है कि होम आइसोलेशन में रहने वाले संक्रमितों द्वारा नियमों का पालन न करने से संक्रमण को बढ़ावा मिल रहा है।

इसलिए जिला प्रशासन स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर यह सुनिश्चित करें कि होम आइसोलेशन में रखे मरीज एवं उनका परिवार कोविड प्रोटोकॉल का पूरा पालन करे। यह भी देखें कि होम आइसोलेशन को लेकर सारी सुविधाएं घर पर हैं या नहीं। बैठक में केंद्रीय टीम के सदस्य डा. नीरज कुमार गुप्ता ने प्रशासन को लोगों को कोरोना जांच करवाने के लिए आगे आने को प्रेरित करने के लिए अतिरिक्त प्रयास करने को कहा। प्रो. बी. धीमान ने लोगों को चिकित्सीय परामर्श के लिए ई-संजीवनी पोर्टल के इस्मेताल के लिए प्रेरित करने को कहा।

 बैठक में उपायुक्त ने पीपीटी प्रेजेंटेशन के जरिए जिला में कोरोना की स्थिति एवं रोकथाम को लेकर उठाए कदमों का ब्यौरा दिया। बैठक में सीएमओ डाक्टर देवेंद्र शर्मा ने जिला में कोरोना से निपटने को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों को दी जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं और रोकथाम को लेकर उठाए गए प्रभावी कदमों की जानकारी दी। इससे पहले, केंद्रीय टीम ने  श्रा लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कालेज एवं अस्पताल नेरचौक का दौरा कर वहां  की व्यवस्था एवं उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लिया और व्यवस्था को और बेहतर बनाने को लेकर जरूरी सुझाव दिए।

टीम में ये रहे शामिल

टीम में नोडल अधिकारी के रूप में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय से डा. राजीव गर्ग के अलावा दिल्ली के सफ दरजंग अस्पताल के रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग के डा. नीरज कुमार गुप्ता और लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज नई दिल्ली के कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के निदेशक प्रो. बी. धीमान शामिल हैं।

आरोग्य सेतु को बढ़ावा दें

डा. राजीव गर्ग ने जिला में आरोग्य सेतु ऐप के इस्तेमाल को बढ़ावा देने पर जोर दिया। उन्होंने जिला प्रशासन से कहा कि वे लोगों को अपने मोबाइल में आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करने को लेकर जागरूक करें। ये कांटेक्ट ट्रेसिंग ऐप लोगों को कोरोना वायरस संक्रमण के खतरों से सचेत करने में मदद करता है।

रात के कर्फ्यू ने दिन में फैलाया सन्नाटा

ढाबा संचालकों पर भारी सरकार का फैसला, रात दस बजे तक मांगी छूट

दिव्य हिमाचल ब्यूरो—मंडी

प्रदेश कुछ जिलों में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को लेकर कैबिनेट की बैठक में सरकार ने चार जिलों में कर्फ्यू लगाने का फैसला अब तीन दिन में ही व्यापारियों पर भारी पड़ गया है। व्यापारियों का कहना है कि पहले लॉकडाउन से गर्मियों का सीजन पिट चुका है और सर्दियों के सीजन से व्यापारियों को बड़ी आस थी, लेकिन सरकार द्वारा कर्फ्यू लगाने के बाद यह संभावनाएं भी खत्म हो गई हैं। रात आठ बजे से शुरू हो रहे कर्फ्यू का सबसे बड़ा असर ढाबों, रेस्टोरेंट, बार और इस सेक्टर से जुडे़ अन्य व्यापारियों पर पड़ रहा है। कई ढाबा मालिकों ने फिर से अपने स्टाफ की छंटनी कर दी है।

ढाबा चलाने वाले कुंदन सिंह, मुकुल वर्मा, सुरेश कुमार, रमेश कुमार, सोहन सिंह और अन्य का कहना है कि कर्फ्यू लगने के बाद दो दिन में हमारी हालत खस्ता हो गई है। रात को बड़ी मात्रा में खाना बच रहा है और रात को ग्राहक पहुंच ही नहीं रहे हैं। ढाबा मालिकों का कहना है कि उनका खाने का काम रात आठ बजे से ही शुरू होता है, लेकिन सरकार द्वारा आठ बजे से कर्फ्यू लगा दिया गया है। सरकार आठ बजे की जगह रात दस बजे से पांच बजे तक कर्फ्यू लगाए।

कर्फ्यू का फैसला गलत

प्रदेश व्यापार मंडल के अध्यक्ष सोमेश शर्मा का कहना है कि रात का कर्फ्यू लगाने का निर्णय ही गलत है। सरकार सोशल डिस्टेंसिंग लागू करवा नहीं पा रही है और न ही सख्ती बरती जा रही है। पंजाब सरकार ने भी पहली दिसंबर से रात दस बजे से सुबह पांच बजे तक ही कर्फ्यू का निर्णय लिया है। रात को कोई अगर किसी अन्य जिला से बस में भी आएगा, तो उतर कर आगे कैसे जाएगा और कहां पर ठहरेगा।

25 दिन में 233 मौतें

कोरोना ने नवंबर में अब तक 40 फीसदी की दर से ली जानें

स्टाफ रिपोर्टर—शिमला

हिमाचल में कोरोना संक्रमण इस कद्र अपना कहर बरपा रहा है कि इस महीने के 25 दिनों में कोरोना राज्य के 233 नागरिकों को निगल चुका है। करीब 40 फीसदी की रफ्तार से हिमाचल में इस माह लोगों की मौत कोरोना से हुई है। हिमाचल में अभी तक कोरोना से 575 हो गया है और आए दिन मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। राज्य में ठंड बढ़ने के साथ ही कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है।

सबसे ज्यादा वे जिले कोविड की चपेट में आ रहे हैं, जहां पर ठंड ज्यादा पड़ रही है, इसके अलावा विवाह-शादियों में नियमों को ताक में रखने वाले भी कोविड संक्रमित हो रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग से जारी आंकड़ों की बात करें, तो अभी तक राज्य में 25 दिनों में कोरोना से 233 लोगों की मौत हो चुकी है। सबसे ज्यादा शिमला जिला में 64 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है। रोजाना यहां पर दो से तीन मौतें कोरोना से हो रही हैं।

शिमला में पांच जगह सैंपलिंग

शिमला में कोरोना के बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए शहर में पांच जगहों पर कोरोना के सैंपल लिए जाएंगे। कोर्ट के लगातार हस्तक्षेप के बाद स्वास्थ्य विभाग ये व्यवस्था सुनिश्चित की है। शहर के छोटा शिमला, न्यू शिमला, अनाडेल, बालूगंज और संजौली में कोरोना के सैंपल लिए जाएंगे।

इतनों ने तोड़ा दम

शिमला    64

कांगड़ा    43

कुल्लू      32

मंडी       30

चंबा       13

सोलन     09

हमीरपुर   09

लाहुल-स्पीति         08

बिलासपुर 06

किन्नौर    06

सिरमौर    03

ऊना       06


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