विवाद से परे है ईश्वर का अस्तित्व

By: Controversy, god, existence Nov 7th, 2020 12:20 am

दोनों का प्रेम प्रतिदिन प्रगाढ़ होता चला गया, चोंच से दबाकर अपनी चीजें बांटकर खाते। कुछ ऐसा हुआ कि श्रीमती एनन की एक रिश्तेदार को तोता भा गया। वे जिद करके उसे मांग ले गईं। ठीक उसी दिन मैना बीमार पड़ गई और चौथे दिन सायंकाल पांच बजे उसने अपनी नश्वर देह त्याग दी। तोता कृतघ्न नहीं था। वह बंदी था, चला तो गया, पर आत्मा को बंदी बनाना किसके लिए संभव है? वह भी मैना की याद में बीमार पड़ गया और ठीक चौथे दिन सायंकाल पांच बजे उसने भी अपने प्राण त्याग दिए…

-गतांक से आगे…

प्रातःकाल बिना चूक मैना तोता को ‘नमस्ते’ कहती। तोता बड़ी ही मीठी वाणी में उसके अभिवादन का कुछ कहकर उत्तर देता। पिंजड़े पास-पास कर दिए जाते, फिर दोनों की वार्ताएं छिड़तीं, न जाने क्या मैना कहती, न जाने क्या तोता कहता, पर उनको देखकर लगता, यह दोनों बहुत खुश हैं। दोनों का प्रेम प्रतिदिन प्रगाढ़ होता चला गया, चोंच से दबाकर अपनी चीजें बांटकर खाते। कुछ ऐसा हुआ कि श्रीमती एनन की एक रिश्तेदार को तोता भा गया। वे जिद करके उसे मांग ले गईं। ठीक उसी दिन मैना बीमार पड़ गई और चौथे दिन सायंकाल पांच बजे उसने अपनी नश्वर देह त्याग दी। तोता कृतघ्न नहीं था। वह बंदी था, चला तो गया, पर आत्मा को बंदी बनाना किसके लिए संभव है? वह भी मैना की याद में बीमार पड़ गया और ठीक चौथे दिन सायंकाल पांच बजे उसने भी अपने प्राण त्याग दिए। पता नहीं दोनों की आत्माएं परलोक में कहीं मिलीं या नहीं, पर इस घटना ने श्रीमती एनन का स्वभाव ही बदल दिया।

 अब उनके स्वभाव में सेवा और मधुरता का ऐसा प्रवाह फूटा कि वर्षों से पारिवारिक-कलह से जलता हुआ दांपत्य सुख फिर खिल उठा। पति-पत्नी में कुछ ऐसी घनिष्ठता हुई कि मानो उनके अंतःकरण में तोता और मैना की आत्मा ही साक्षात उतर आई हों। उनकी मृत्यु भी वियोगजन्य परिस्थितियों में एक ही दिन, एक ही समय हुई। तोता, मैना, बंदर जैसे छोटे-छोटे सौम्य स्वभाव जीवों की कौन कहे, प्रेम की प्यास तो भयंकर खूंखार जानवरों के हृदय में भी होती है। कुवियर नामक एक प्रसिद्ध विदेशी व्यक्ति के एक मित्र को भेडि़या पालने की सूझी। कहीं से एक बच्चा भेडि़या मिल गया। उसे वह अपने साथ रखने लगे। भेडि़या कुछ दिनों में उनसे ऐसा घुल-मिल गया, मानो उनकी मैत्री इस जन्म की ही नहीं, कई जन्मों की है।

(अगले अंक में हम ‘विवाद से परे ईश्वर का अस्तित्व’ में रोचक कहानी लेकर आएंगे, आशा है आप हमारे साथ जुड़े रहेंगे।)

(यह अंश आचार्य श्रीराम शर्मा द्वारा रचित पुस्तक ‘विवाद से परे ईश्वर का अस्तित्व’ से लिए गए हैं।)


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App