मांगे न मानीं तो करेंगे आंदोलन

By: दिव्य हिमाचल ब्यूरो- ऊना Nov 26th, 2020 12:22 am

ऊना-अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के विभाग संयोजक गौरव ने बुधवार को पत्रकार वार्ता में कहा कि वर्तमान शैक्षणिक परिदृश्य की बात करें तो हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय घोषणा के 11 वर्ष बाद भी अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है। इसके साथ घोषित आईआईटी मंडी का निर्माण व इसके बाद घोषित आईआईएम व आईआईएमएस के भवन निर्माण का कार्य प्रगति पर है। लेकिन हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य अभी तक शुरू नहीं हो सका। तकनीकी विवि हमीरपुर में चल रहे आठ पाठ्यक्त्रमों में एक भी स्थाई प्राध्यापक की नियुक्ति नहीं हुई। साथ कृषि विवि पालमपुर व बागवानी विवि नौंणी की भारी भरकम फीस से शिक्षा आम गरीब छात्र की पहुंच से बाहर हो रही है, जिसे विद्यार्थी परिषद किसी भी सूरत में सहन नहीं करेगी।

आने वाले समय में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय, तकनीकी विश्वविद्यालय हमीरपुर कृषि व बागबानी विवि सहित छात्र संघ चुनाव की बहाली को लेकर एक निर्णायक लड़ाई लड़ेगी। इन मुद्दों को लेकर विद्यार्थी परिषद पूरे प्रदेश भर के अंदर एक जन आंदोलन खड़ा करेगी। वहीं, कुछ दिन पूर्व प्रदेश सरकार द्वारा निजी स्कूलों की फीस को लेकर एक अधिसूचना जारी की गई। जिसमें यह कहा गया कि स्कूल प्रबंधन अप्रैल माह से अभी तक की ट्यूशन फीस के अलावा सभी प्रकार के शुल्क फिर से ले सकते हैं।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद प्रदेश सरकार से मांग करती है कि इस स्थिति के अंदर प्रदेश सरकार सकारात्मक कदम उठाए, ताकि बेरोजगारी की समस्या से निजात मिल सके। उन्होंने बताया कि गत दिवस छोटी काशी मंडी में संपन्न हुए विद्यार्थी परिषद के 41 वें प्रदेश अधिवेशन में जिला ऊना से कार्यकर्ताओं को दायित्व दिए गए। विभाग संगठन मंत्री अरूण, विभाग प्रमुख की जिम्मेदारी धीरज को, विभाग संयोजक की जिम्मेदारी गौरव, जिला संयोजक की जिम्मेदारी विनोद, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य राशि व अभि खरयाल को दी गई।


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