5 जी क्रांति और हम लोग: डा. वरिंदर भाटिया, कालेज प्रिंसिपल

By: डा. वरिंदर भाटिया, कालेज प्रिंसिपल Dec 16th, 2020 12:08 am

डा. वरिंदर भाटिया

कालेज प्रिंसिपल

5जी के जरिए न सिर्फ  अभी की तरह लोग आपस में जुड़े होंगे, बल्कि डिवाइसेज और मशीनें भी आपस में कनेक्ट होंगी और आपस में लगभग रियल टाइम में संवाद कर सकेंगी। यानी आने वाले समय में घर, कार, मोबाइल और घरेलू उपकरणों जैसी तमाम चीजों के आपस में कनेक्ट होने वाले जिस स्मार्ट युग की अभी हम बातें ही करते हैं, वह 5जी तकनीक की वजह से परवान चढ़ने वाला है। इसमें हमें बेहतर वीडियो और साउंड क्वालिटी मिलेगी। ड्राइवर लैस कार के लिए ये जरूरी होगा। 5जी से ऑनलाइन मेडिकल ऑपरेशन संभव होंगे। इस समय 35 से ज्यादा देशों में 5जी सर्विस शुरू हो चुकी है। दक्षिण कोरिया, चीन, अमरीका में सबसे पहले 5जी सर्विस शुरू हुई है। अमरीका,  ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी जैसे देशों में 1जीबी स्पीड मिल रही है। श्रीलंका, ओमान और फिलिपींस में भी 5जी शुरू हो गया है…

देश में वाई-फाई क्रांति की तरफ  कदम बढ़ाते हुए केंद्र सरकार ने पीएम-पब्लिक वाई-फाई एक्सिस नेटवर्क इंटरफेस योजना को मंजूरी दे दी है। डिजिटल क्रांति के बाद अब देश में वाई-फाई क्रांति की शुरुआत होगी। इस योजना के लागू होने के बाद आम आदमी को इंटरनेट के लिए किसी बड़ी कंपनी के प्लान की आवश्यकता नहीं रहेगी। वहीं वाई-फाई क्रांति से देश के दूरदराज के क्षेत्रों में भी तेज स्पीड इंटरनेट उपलब्ध होगा। इस योजना को लागू करने के लिए सरकार तीन स्तर पर काम करेगी, जिसमें पब्लिक डेटा ऑफिस, पब्लिक डेटा एग्रीगेटर और ऐप प्रोवाइडर शामिल होंगे। हम में से बहुत से लोगों ने पीसीओ बूथ देखे होंगे, जो किसी चाय की दुकान, नाश्ता की दुकान या सड़क किनारे किसी छोटे से कोने में बने हुआ करते थे। ठीक इसी तरह से देशभर में सरकार पब्लिक डेटा ऑफिस बनाने जा रही है। पब्लिक डेटा ऑफिस के लिए लाइसेंस, रजिस्ट्रेशन और न ही किसी फीस की आवश्यकता  होगी। उनके अनुसार पब्लिक डेटा ऑफिस मोबाइल फोन में इंटरनेट का इस्तेमाल करने के लिए वाई-फाई सेवा मुहैया कराने का काम करेंगे। पीडीओ ऑफिस कोई भी व्यक्ति खोल सकता सकेगा और इसको चलाने के लिए वह किसी भी इंटरनेट सर्विस प्रदान करने वाली कंपनी या अन्य से सुविधा ले सकता है।

ई-कॉमर्स को अपनाते गांव

कोविड-19 लॉकडाउन के चलते शहरी इलाकों के मुकाबले ग्रामीण इलाकों में डाटा की खपत में तेज बढ़ोतरी देखने को मिली है। माइग्रेंट लेबर के अपने गांव की तरफ  रुख करने के बाद डाटा खपत में 30 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। कोविड-19 और लॉकडाउन टेलीकॉम कंपनियों के लिए नए अवसर तैयार कर रहा है। कोविड-19 के बाद ग्रामीण इलाकों में डाटा की खपत में 30 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। इसके चलते भारत में ब्रॉडबैंड कनेक्शन की संख्या 75 करोड़ के पार पहुंच गई है।  इसमें से 35 करोड़ ग्राहक ग्रामीण इलाकों से आते हैं और अब डाटा की कुल खपत में से 45 फीसदी ग्रामीण इलाकों में हो रहा है। टेलीकॉम कंपनियां ग्रामीण इलाकों से खूब ग्राहक जोड़ रही हैं। जून से लेकर अगस्त तक के महीने में टेलीकॉम कंपनियों ने 43 लाख ग्राहक ग्रामीण इलाकों से जोड़े हैं । क्रिसिल की रिपोर्ट के मुताबिक डाटा की खपत 25 से 30 फीसदी में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।

 इसमें गांवों का बड़ा योगदान है। सरकार के कॉमन सर्विस सेंटर का डाटा खपत लॉकडाउन से पहले 2.7 टेराबाइट डाटा थी जो कि अब बढ़कर 5 टेराबाइट हो गई है। छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों में ई-कॉमर्स की भी मांग में बढोतरी हुई है, लिहाजा अब कंपनियों को नई ग्रोथ गांवों में ही दिखाई पड़ रही है। टेलीकॉम कंपनियों का फोकस अभी तक शहरी ग्राहकों पर ही रहा है, लेकिन ग्रामीण इलाकों में तेजी से बढ़ती हुई डाटा की खपत कंपनियों को अपना फोकस शिफ्ट करने पर मजबूर कर सकती है। आने वाले समय में हमारे गांव ई-कॉमर्स का हब बनने जा रहे हैं।

5जी की देश में दस्तक

जब हमारे मोबाइल पर 3जी से आगे बढ़कर 4जी नेटवर्क आया तो पहले जो सब कुछ अटक-अटक कर चलता था, वो सब कुछ थोड़ा तेज हो गया। अब कल्पना कीजिए कि आज की इंटरनेट स्पीड से आपको 10 गुना ज्यादा स्पीड मिलेगी तो इंटरनेट से जुड़ी लाइफ ही बदल जाएगी। यही है 5जी, जो आपकी लाइफ बदलने की ताकत रखता है। पलक झपकते ही बड़े से बड़े डाउनलोड, गजब की स्मूथ स्ट्रिमिंग। ये तो आपके फोन की बात हो गई, लेकिन ड्राइवर लैस कार, ऑनलाइन रिमोट ऑपरेशन और स्मार्ट होम से लेकर स्मार्ट सिटी तक और न जाने क्या-क्या बदल जाएगा जो आपकी हमारी जिंदगी में किसी नई क्रांति से कम नहीं होगा। देश के नेतृत्व ने भी भरोसा जताया है कि 5जी सेवाएं समय पर शुरू होंगी। आने वाला वक्त 5जी का होगा। हमें जीवन के अनेक पहलुओं में टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल पर फोकस बढ़ाना होगा। 5जी क्या है? 5वीं जनरेशन स्पीड यानी 5जी, इसमें 1 जीबी तक इंटरनेट स्पीड मिलेगी। 4जी से 5जी 10 गुना तेज होगा। 5जी के फायदे पर नजर डालें तो इसमें 1जीबी तक इंटरनेट स्पीड मिलेगी।  4जी के मुकाबले 10 गुना ज्यादा तेज होने के चलते चंद सेकंड में बड़ी फाइलें डाउनलोड हो जाएंगी। 5जी तकनीक के साथ एक नई तरह की वायरलेस कनेक्टिविटी का समय शुरू होने जा रहा है जिसकी स्पीड इतनी होगी कि घटनाओं के घटने और उनकी सूचना पहुंचने के बीच लगने वाला समय यानी लेटेंसी न के बराबर होगी। 5जी के जरिए न सिर्फ  अभी की तरह लोग आपस में जुड़े होंगे, बल्कि डिवाइसेज और मशीनें भी आपस में कनेक्ट होंगी और आपस में लगभग रियल टाइम में संवाद कर सकेंगी।

 यानी आने वाले समय में घर, कार, मोबाइल और घरेलू उपकरणों जैसी तमाम चीजों के आपस में कनेक्ट होने वाले जिस स्मार्ट युग की अभी हम बातें ही करते हैं, वह 5जी तकनीक की वजह से परवान चढ़ने वाला है। इसमें हमें बेहतर वीडियो और साउंड क्वालिटी मिलेगी। ड्राइवर लैस कार के लिए ये जरूरी होगा। 5जी से ऑनलाइन मेडिकल ऑपरेशन संभव होंगे। इस समय 35 से ज्यादा देशों में 5जी सर्विस शुरू हो चुकी है। दक्षिण कोरिया, चीन, अमरीका में सबसे पहले 5जी सर्विस शुरू हुई है। अमरीका,  ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी जैसे देशों में 1जीबी स्पीड मिल रही है। श्रीलंका, ओमान और फिलिपींस में भी 5जी शुरू हो गया है। 5जी सर्विस शुरू होने पर ग्राहकों को अपने मोबाइल फोन बदलने पड़ेंगे। टैरिफ भी 4जी के मुकाबले महंगा होगा। हर जगह 5जी कवरेज पहुंचने में वक्त लगेगा। भारत में 5जी की बात करें तो देश में 5जी ट्रायल की शुरुआत जल्द हो सकती है। कोरोना के कारण ट्रायल लेट हुआ है। निःसंदेह भारत आज विश्व के सर्वश्रेष्ठ डिजिटल रूप से जुड़े राष्ट्रों में से एक है। इंटरनेट क्रांति की बढ़त को देश में बनाए रखने के लिए 5जी के शुरुआती रोलआउट में तेजी लाने और इसे हर जगह सस्ते दाम पर उपलब्ध कराने के लिए नीतिगत कदमों को मजबूत करने की जरूरत है।

ईमेल ः hellobhatiaji@gmail.com


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