चेतावनी जारी : हम फिर भी लगाएंगे डुबकी

By: Apr 21st, 2021 12:18 am

यमुना नदी में बिना किसी खौफ के लोग लगा रहे डुबकी, चेतावनी बोर्ड को भी किया जा रहा अनदेखा

धीरज चौपड़ा- पांवटा साहिब
यदि आपको गर्मी से निजात पाने के लिए यमुना नदी में नहाना हो तो आप यमुना नदी के किनारे ही नहाएं, क्योंकि यमुना नदी में हर साल कई जानें जाती हैं। गौर हो कि यहां के मुख्य स्नानघाट पर प्रशासन की लापरवाही के कारण हर साल कई जानें जाती हैं, लेकिन अभी तक लोगों की सुरक्षा के कोई प्रबंध नहीं किए गए हैं। प्रशासन ने सुरक्षा के लिए एक चेतावनी बोर्ड तो लगा दिया है परंतु लोग उस टूटे हुए बोर्ड को भी अनदेखा कर गर्मी में यमुना नदी में बेखौफ नहा रहे हैं। पांवटा में दूसरे राज्यों से पांवटा गुरुद्वारे में आए श्रद्धालु बेखौफ होकर यमुना नदी में नहाते हैं, जिसके कारण कोई भी बड़ी अनहोनी होने का डर बना रहता है।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक पांवटा साहिब की यमुना नदी में हर साल औसतन चार-पांच लोग डुबकर मर रहे हैं, परंतु प्रशासन ने अभी तक भी इस प्रकार के हादसों से बचने के कोई पुख्ता प्रबंध नहीं किए हैं। बीते एक दशक का आंकड़ा लें तो मात्र यमुना नदी पांवटा के स्नानघाट पर ही दर्जनों मौतें हो चुकी हैं, परंतु प्रशासन के पास अभी तक अपने गोताखोर नहीं हैं। जब भी कोई हादसा होता है तो प्रशासन पड़ोसी राज्य उत्तराखंड से गोताखोर बुलाता हैं तब तक डूबने वाले के बचने के आसार ही खत्म हो जाते हैं। हालांकि यमुना स्नानघाट पर प्रशासन ने एक चेतावनी बोर्ड लगाकर अपनी ड्यूटी पूरी कर ली है इससे अधिक और कोई व्यवस्था नहीं है। न तो कोई पुलिस कर्मी स्नानघाट पर चेतावनी देने के लिए तैनात होता है और न ही प्रशासन का कोई आदमी इस प्रकार की ड्यूटी पर रखा गया है। यहां पर नदी में गर्मियों में पानी का बहाव काफी कम दिखाई पड़ता है और बाहरी राज्यों से आने वाले श्रद्धालु नहाने के लिए नदी के काफी आगे निकल जाते हैं और उन्हें पता नहीं चलता कि वह भंवर में कब फंस गए। हर साल यहां पर हादसे होते हैं लेकिन प्रशासन मौतों के बाद भी नहीं जाग रहा है। गनीमत है कि इस साल अभी तक ऐसा कोई हादसा नहीं हुआ है, परंतु स्थानीय लोगों की मानें तो वह कहते हैं कि क्या प्रशासन हादसे के इंतजार में है। क्या वह तभी जागेगा जब किसी की जान जाएगी। नगर के बुद्धिजीवी वर्ग की मानें तो प्रशासन को यहां पर दिन के समय एक कर्मी तैनात करना चाहिए जो बाहर से आने वाले लोगों को नदी में उतरते समय अवगत करवा सके। इससे हादसों पर काफी लगाम लगाई जा सकती है। प्रशासन को गर्मियों के सीजन में नियमित गोताखोरों की भी व्यवस्था यमुना नदी के किनारे करनी चाहिए। यह कार्य मिलकर गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी और स्थानीय प्रशासन कर सकता है। गौर हो कि गत वर्ष भी नदी में नहाते समय चार लोगों की मौत हो चुकी है। उधर, इस बारे में कार्यकारी अधिकारी नगर परिषद पांवटा साहिब एसएस नेगी ने बताया कि यमुना नदी पर स्नानघाट पर नहाने के लिए अलग से व्यवस्था किए जाने का प्रोपोजल है। उससे लोग नदी में उतरने की बजाय उस सुरक्षित स्नानघाट में नहा सकते हैं। स्नानघाट पर लोहे की चेन लगाने का भी प्रपोजल है। उन्होंने कहा कि चेतावनी बोर्ड नगर परिषद द्वारा लगाया गया है। उन्होंने कहा कि प्रशासन भी समय-समय पर यमुना नदी में न जाने की चेतावनी देता रहता है। (एचडीएम)


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