कोरोना के बीच जीएसटी से भरी झोली, तीन साल में पहली बार 1.41 लाख करोड़ का कलेक्शन

By: May 1st, 2021 10:53 pm

 मार्च में 1.24 लाख करोड़ था

एजेंसियां — मुंबई

वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) ने नया रिकार्ड हासिल किया है। अप्रैल महीने में कुल एक लाख 41 हजार 384 करोड़ रुपए का कलेक्शन हुआ है। जब से जीएसटी लागू हुआ है, यानी 2017 जुलाई से, तब से यह पहली बार हुआ है। हालांकि मार्च में 1.24 लाख करोड़ रुपए का कलेक्शन भी पहली बार किसी महीने में हुआ था। सरकार ने अप्रैल महीने के जीएसटी के आंकड़ों को शनिवार को जारी किया। इसके मुताबिक, इसमें से सीजीएसटी यानी केंद्र सरकार का हिस्सा 27837 करोड़ रुपए था। एस जीएसटी यानी राज्यों का हिस्सा 35621 करोड़ रुपए था।

आईजीएसटी यानी इंटीग्रे़टेड के तहत 68,481 करोड़ रुपए का कलेक्शन हुआ। इसमें सामानों के आयात से 29 हजार 599 करोड़ रुपए का जीएसटी कलेक्शन हुआ, जबकि सेस के रूप में 9,445 करोड़ रुपए का कलेक्शन हुआ है। मार्च में 1.24 लाख करोड़ रुपए की तुलना में अप्रैल में जीएसटी कलेक्शन 14 प्रतिशत ज्यादा रहा है। दरअसल अप्रैल में आंशिक रूप से लॉकडाउन लगने से यह अनुमान था कि जीएसटी कलेक्शन घट सकता है।

शुक्रवार को एक रिपोर्ट में कहा गया था कि अप्रैल महीने में जीएसटी कलेक्शन 1.15 से 1.20 लाख करोड़ रुपए रह सकता है। हालांकि यह अनुमान गलत साबित हुआ। देश में कोरोना की दूसरी लहर इस समय कई राज्यों में तेजी पर है। खासकर उन राज्यों में जहां से जीएसटी कलेक्शन ज्यादा आता  है। इसमें महाराष्ट्र, गुजरात, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु आदि राज्य हैं। पर इन तमाम मुश्किलों के बावजूद जीएसटी कलेक्शन से यह पता चल रहा है कि देश में बिजनेस की गतिविधियां तेजी पर है। इनकम टैक्स रिटर्न में भी इसी तरह की तेजी पिछले वित्त वर्ष में दिखी थी।

 सातवें महीने में एक लाख करोड़ से ज्यादा कलेक्शन

यह लगातार सातवां महीना है, जब जीएसटी कलेक्शन एक लाख करोड़ रुपए के पार रहा है। अक्तूबर 2020 से यह रुझान है और मार्च में तो अब तक का सबसे ज्यादा कलेक्शन हुआ था। जीएसटी दरअसल हर कोई भरता है, लेकिन यह इनडायरेक्ट भरता है। हालांकि बिजनेस वाले लोग डायरेक्टर जीएसटी भरते हैं। उदाहरण के तौर पर जब आप कोई सामान खरीदने जाते हैं, तो उस सामान की जो कीमत आप देते हैं, उसमें जीएसटी भी रहता है। आप कोई सेवा लेते हैं तो उसमें भी जीएसटी रहता है।


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