हिमाचलियों की ऊंची उड़ान; लाहुल के हर्ष ने पूरा किया ख्बाव, ठियोग से विशाल आर्मी में लेफ्टिनेंट

By: May 31st, 2021 12:02 am

लाहुल के हर्ष ने पूरा किया ख्बाव

प्रेम ठाकुर — केलांग

कहते  कि अगर मन में कुछ करने का जज्बा हो, तो वह अवश्य उस मुकाम को हासिल करने में सफलता प्राप्त कर लेता है, जिसे वह करने की ठान ले। जी हां, ऐसा ही कुछ कर दिखाया है जिला लाहुल-स्पीति के हर्ष नलवा ने। इन्होंने देश सेवा का सपना देखा था, जो अब पूरा हो चुका है। हर्ष ने कड़ी ट्रेनिंग के बाद चेन्नई में पासिंग आउट परेड में भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट का ताज हासिल किया। लाहुल-स्पीति के नालडा गांव के रहने वाले हर्ष के स्वर्गीय माता-पिता का भी सपना था कि उनका बेटा देश सेवा में जाए और एक बड़ा अधिकारी बने। वहीं, बेटे ने भी अपने माता-पिता का सपना टूटने नहीं दिया, बल्कि उसे साकार कर दिखाया है। बता दें कि हर्ष जब बीए प्रथम वर्ष में थे, तो एक सड़क हादसे में उनके सिर से माता-पिता का साया छिन गया था, लेकिन हर्ष ने हार नहीं मानी और स्वर्गीय माता-पिता के सपने में सफलता के रंग भरने की ठानी और आज वह भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनें हैं। उधर, हर्ष की इस सफलता से नालडा गांव व उनकी एयर इंडिया में बतौर क्रू मेंबर बहन रितिका नलवा व पेशे से वकील प्रीतिका नलवा ने खुशी का इजहार करते हुए कहा कि इस कामयाबी के पीछे माता-पिता का आशीर्वाद व भाई हर्ष नलवा की कड़ी मेहनत है, जो वह आज इस मुकाम पर पहुंचा है। (एचडीएम)

ठियोग से विशाल आर्मी में लेफ्टिनेंट

रोहित सेम्टा — ठियोग
ठियोग तहसील के गांव बडू के विशाल शर्मा सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर नियुक्त हुए हैं। विशाल शर्मा की इस नियुक्ति को लेकर पूरे इलाके में खुशी का माहौल है और लोगों ने विशाल की इस उपलब्धि को ठियोग क्षेत्र के लिए सम्मान के योग्य बताया है। चेन्नई में ऑफिसर ट्रेनिंग अकादमी की पासिंग आउट परेड में देशभर के 167 कैडेट आर्मी ऑफिसर बने हैं, इसमें विशाल शर्मा ने भारतीय सेना में विधिवत रूप से भाग लिया, जिसमें विशाल शर्मा को आर्मी एविएशन कोर में कमीशन प्राप्त करके नियुक्ति मिली है।

विशाल शर्मा तहसील ठियोग के साथ लगते गांव बडू के रहने वाले हैं, इनके पिता धर्मेंद्र कुमार आईटीबीपी में इंस्पेक्टर के पद पर है, जबकि माता दीपिका शर्मा एक गृहिणी है। विशाल के दादा गौरी दत्त शर्मा भी एक अध्यापक रह चुके हैं। विशाल ने प्रारंभिक शिक्षा केंद्रीय विद्यालय दिल्ली से प्राप्त की उसके बाद एमिटी विश्वविद्यालय दिल्ली से बीटेक इलेक्ट्रॉनिक एंड कम्युनिकेशन में डिग्री हासिल की है। विशाल ऑफिसर बनने से पहले दिल्ली और बंगलूर जैसी जगह पर प्राइवेट कंपनी में काम कर चुके हैं। विशाल ने एसएसई इंटरव्यू चौथी बार में 2019 में पास किया था। इसके बाद एक वर्ष के प्रशिक्षण के बाद उन्होंने आर्मी एविएशन कोर की कमीशन क्वालिफाई करके लेफ्टिनेंट के पद पर नियुक्ति हासिल की है। (एचडीएम)

चौबीन के रूबेन इंडियन नेवी में

चमन डोहरू — बैजनाथ
बैजनाथ उपमंडल के चौबीन गांव के रूबेन बक्शी भारतीय जल सेना में सब-लेफ्टिनेंट बने हैं। चोबिन के साथ लगते सुनेहड़ गांव के रूबेन पिछले साल ही एनडीए के 138वें बैच से पास आउट हुए थे। इस वर्ष उन्होंने आईएनए में प्रशिक्षण प्राप्त किया तथा आप उनकी तैनाती इंडियन नेवी में सब लेफ्टिनेंट के रूप में हुई है। सुनेहड़ गांव के रहने वाले सूबेदार स्वर्गीय प्रताप चंद बक्शी के पोते रूबेन में बचपन से ही सेना में जाने की चाहत थी। उनके पिता जसवीर सिंह बक्शी चंडीगढ़ में एक फार्मा कंपनी में है, जबकि माता मीना गृहिणी है। रूबेन के मामा राजेश कटोच ने बताया की रूबेन ने यह उपलब्धि प्राप्त करके परिवार को गौरव से भर दिया है। रूबेन की दसवीं तक की पढ़ाई बैजनाथ के माउंट कार्मेल स्कूल में हुई, जबकि इसके बाद इन्होंने जमा दो तक की पढ़ाई चंडीगढ़ में प्राप्त की। राजेश कटोच ने बताया कि रुबेन के दादा सेना में थे और उनसे रूबेन ने कई बहादुरी की कहानियां सुनी थी। जिन से प्रेरित होकर बचपन से ही उन्होंने सेना में जाने का लक्ष्य रखा तथा आज यह लक्ष्य पूरा हुआ। (एचडीएम)

लंबागांव के रोहित अफसर

कुलवंत शर्मा — लंबागांव
उपमंडल जयसिंहपुर के छोटे से गांव अप्पर लंबागांव के 24 वर्षीय रोहित चौधरी ने थल सेना में लेफ्टिनेंट की उपाधि हासिल करके क्षेत्र का नाम रोशन किया है। रोहित ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपनी माता शशिवाला व पिता राम राज को दिया है। रोहित के पिता नेवी से सेवानिवृत्त है व माता गृहिणी है। रोहित ने जमा दो तक की परीक्षा नेवी चिल्ड्रन स्कूल मुंबई से की व उसके बाद बीएससी की शिक्षा जयहिंद कालेज मुंबई से की। चेन्नई में एक साल की ट्रेनिंग के बाद उसे लेफ्टिनेंट के पद से नवाजा गया। रोहित के दादा स्व. धर्मपाल चौधरी भी पंजाब रेजीमेंट में थे। रविवार को रोहित के गगल एयरपोर्ट पंहुचने के बाद वे घर अप्पर लंबागांव पहुंचे, जहां घरवालों ने उसका मुंह मीठा करके खुशी का इजहार किया। (एचडीएम)

योल के लक्की ने चमकाया नाम

राजेश ग्रोवर — योल
योल के युवा लक्की चौहान सेना में अफसर बन गए हैं। चेन्नई में आफिसर ट्रेनिंग अकादमी की पासिंग आउट परेड में योल के लक्की कमीशन प्राप्त कर अपने परिवार सहित प्रदेश का नाम रोशन किया। वह थल सेना की नौ पैरा स्पेशल फोर्स में सेवाएं देंगे। लक्की की प्रारंभिक शिक्षा आर्मी स्कूल योल में हुई तथा धर्मशाला कालेज में ज्योग्राफी ऑनर की शिक्षा प्राप्त की। लक्की ने 2016 में एनसीसी गणतंत्र परेड में हिस्सा लिया और श्रीलंका में एनसीसी भारत का नेतृत्व किया। लक्की चौहान को लेफ्निेंट जनरल वाईके जोशी द्वारा निशान टोली कंमाडर प्राइज से नवाजा गया। लक्की की माता सुदेश गृहिणी है तथा पिता कुश चौहान सेना से रिटायर के बाद हिमाचल पुलिस में सेवाएं दे रहें हैं और बड़ी बहन तमन्ना कम्प्यूटर साइंस में पीएचडी कर रही है। लक्की ने इस का श्रेय माता-पिता, अध्यापक और एनसीसी धर्मशाला
को दिया। (एचडीएम)

हमीरपुर के अंशुमन उड़ाएंगे फाइटर जेट

मंगलेश कुमार — हमीरपुर
हमीरपुर के अंशुमन ढटवालिया अब वायुसेना में फाइटर प्लेन उड़ाएंगे। शनिवार को पुणे की सैन्य अकादमी खडग़वासला में पासिंग परेड में फ्लाइंग लेफ्टिनेंट बनने वाले बड़सर उपमंडल के पहले वायुसेना पायलट बताए जा रहे हैं। मूल रूप से महारल गांव के निवासी अंशुमन का परिवार उनकी इस कामयाबी से काफी खुश है। बेटे की इस कामयाबी से पूरा परिवार खुश है। उनके पिता उत्तम सिंह ढटवालिया बीवीएन डिग्री कालेज चकमोह में असिस्टेंट लाइब्रेरियन हैं, जबकि बहन विभूति एमबीबीएस की तृतीय वर्ष की स्टूडेंट हैं। शनिवार को पुणे की सैन्य अकादमी में पास आउट परेड के बाद अब अंशुमन हैदराबाद वायु सेना अकादमी में फाइटर जेट को उड़ाने की ट्रेनिंग लेंगे, जहां पर एक साल की ट्रेनिंग होगी। बता दें कि उनकी माता और स्कूल कॉडर की लैक्चरर सुषमा कुमारी (48) का तकरीबन सवा माह पहले रोड एक्सीडेंट में निधन हो गया था। शुरुआती प्राइमरी शिक्षा का शुभारंभ उन्होंने आंध्र प्रदेश के पुटापरती (श्रीसत्य साईं हायर सेकेंडरी स्कूल) से शुरू किया था। (एचडीएम)


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