यहां कृष्ण के साथ मीरा जी हैं…
नूरपुर किले में स्थित बृज राज स्वामी मंदिर में जन्माष्टमी पर उमड़ता है आस्था का सैलाब
बलजीत चंबियाल—नूरपुर
नूरपुर के किले में स्थित श्री बृज राज स्वामी मंदिर लोगों की आस्था का केंद्र है और इस जन्माष्टमी को इस बार राज्य सरकार द्वारा राज्य स्तरीय जन्माष्टमी का दर्जा दिया गया है। पंजाब की सीमा के साथ पठानकोट-मंडी राष्ट्रीय उच्च मार्ग के प्रवेश द्वार से सटा नूरपुर शहर प्राचीन काल में धमड़ी नाम से जाना जाता था। बेगम नूरजहां के यहां आने के बाद शहर का नाम नूरपुर पड़ा। यहां पर राजा जगत सिंह का किला विद्यमान है।
इस किले के अंदर श्री बृज राज स्वामी का मंदिर है। नूरपुर स्थित श्री बृज राज स्वामी मंदिर संसार में एकमात्र ऐसा मंदिर है जहां कृष्ण व मीरा की मूर्तियां एक साथ विराजमान हंै। रजवाड़ाशाही में दरबार-ए- खास यहां राजा का दरबार सजता था और विश्व के हजारों राधा-कृष्ण के मंदिरों में से यही एकमात्र ऐसा मंदिर है, यहां भगवान श्रीकृष्ण व मीरा की साक्षात मूर्तियां एक साथ स्थापित हंै। यहां पर प्रदेश के श्रद्धालुओं के अलावा सीमांत राज्य पंजाब, हरियाणा व जम्मू-कश्मीर तथा अन्य राज्यों से भी हजारों की संख्या में लोग सारा साल मंदिर में शीश झुकाते हैं। प्रेम व आस्था के संगम के प्रतीक इस मंदिर का नूर जन्माष्टमी को छलक उठता है। लोगों में इस मंदिर के प्रति अटूट आस्था को देखते हुए प्रदेश सरकार ने यहां के कृष्ण जन्माष्टमी के पर्व को इस वर्ष से राज्य स्तरीय महोत्सव का दर्जा प्रदान किया है। हालांकि, कोविड के चलते प्रशासन ने जन्माष्टमी के इस पर्व को इस वर्ष पूरी सादगी और परंपरागत तरीके से सभी मानक संचालन प्रक्रियाओं की अनुपालना करते हुए मनाने का निर्णय लिया है।
Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also, Download our Android App