शिलाई कांग्रेस में घमासान…निष्कासन की वकालत

By: Nov 26th, 2021 12:45 am

शिलाई कांग्रेस में मचा भूचाल, चुनाव साल में वरिष्ठ नेता की गैरमौजूदगी में बिगड़ सकते हैं समीकरण

निजी संवाददाता-शिलाई
शिलाई कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के खासम खास माने जाने वाले पार्टी के ओहदेदार का पार्टी से छह साल के निष्कासन का प्रस्ताव प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी को भेजा गया है। इसके बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चा का दौर शुरू हो गया है। चुनावी साल शुरू होने वाला है। क्या ऐसे में शिलाई कांग्रेस में पार्टी के वरिष्ठ नेता का निष्कासन कांग्रेस का समीकरण बिगाड़ सकता है। वरिष्ठ नेता की लाधि क्षेत्र में अच्छी पकड़ मानी जाती है। सूबे की 13 पंचायतों का आकलन किया जाए तो यहां पर अधिक समय कांग्रेस की ही बढ़त रहती है। बीते लोकसभा चुनाव में मोदी लहर के बीच विधानसभा क्षेत्र शिलाई की हर पंचायतों में लगभग भाजपा की लीड रही उस समय भी दलीप चौहान के गृह पंचायत में कांग्रेस की लीड थी। वरिष्ठ नेता दो बार जिला परिषद का इलेक्शन भी जीत चुके हैं।

सिरमौर के जिला परिषद अध्यक्ष भी रह चुके हैं। ऐसे में उन को दरकिनार करना क्या शिलाई कांग्रेस के लिए कहीं न कहीं घाटे का सौदा साबित हो सकता है। वह 1982 से कांग्रेस पार्टी में सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। दो बार विधानसभा क्षेत्र रेणुका में मंडल अध्यक्ष रहे। दो बार पंचायत प्रधान का इलेक्शन ओर दो बार जिला परिषद का इलेक्शन जीते हैं। और इस समय प्रदेश कार्यकारिणी में सचिव है। उधर इस संबंध में जिला कांग्रेस कमेटी के महासचिव और कंवर अजय बहादुर सिंह ने कहा कि मंडल या अन्य कार्यकारिणी किसी भी हालत में निष्कासन नहीं कर सकती है उन्होंने कहा कि निष्कासन को लेकर प्रस्ताव भेजा जा सकता है परंतु निष्कासन ना तो जिला कांग्रेस कमेटी कर सकती है ना ही प्रदेश स्तर पर हो सकती है उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नेता वर्तमान में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव है ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी प्रदेश की विभिन्न स्तर से सिफारिश के बाद इस बारे में अंतिम निर्णय ले
सकती है।


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