बारिश-बर्फबारी…सर्द हवाओं से सोलन सुन्न

जिला के ऊंचाई वाले इलाकों में हिमपात के चलते एचआरटीसी के नौ रूट प्रभावित,ठंड बढऩे से गर्म कपड़ों में लिपटे लोग
मोहिनी सूद-सोलन
जिले के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी से शीत लहर तेज हो गई है। जिला सोलन में सुबह के समय हल्की बर्फबारी दर्ज की गई। इससे पूरे इलाका ठंडी हवाओं के आगोश में हैं। ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी से एचआरटीसी के सोलन डिपो के नौ रूट प्रभावित हुए हैं। बता दे कि बारिश और तेज हवाओं के बीच ऊंचे क्षेत्रों में बर्फबारी की संभावना बनी हुई है। इन दिनों ठंड के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त है। लोग सामान्य दिनचर्या का काम नहीं कर पा रहे हैं और घरों में दुबकने को मजबूर हैं। ठंड से बचने के लिए सभी को आग, हीटर और गर्म कपड़ों का सहारा लेना पड़ रहा है। जानकारी के अनुसार जिला सोलन में शनिवार देर शाम से ही मौसम खराब होना शुरू हो गया था।
वहीं देर रात से मैदानी क्षेत्रों में बारिश और पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी शुरू हो गई। वहीं धर्मपुर, परवाणू, कसौली, अर्की, दाड़लाघाट, चंडी, नालागढ़, बद्दी में अच्छी बारिश हुई है। वहीं बर्फबारी के बाद पर्यटकों ने भी प्रदेश का रुख करना शुरू कर दिया है। स्थानीय लोगों सहित पर्यटकों को भी परेशानी झेलनी पड़ रही है। क्षेत्र में बारिश और बफबारी से किसानों और बागवानों ने राहत की सांस ली हैं। क्षेत्र का किसान और बागबान काफी अरसे से बारिश के इंतजार में इंद्रदेव की ओर निहार रहे थे। गेंहू की बुआई कर चुके किसानों के लिए बारिश वरदान साबित हो रही है। क्षेत्रीय प्रबंधक शुगल सिंह ने बताया कि यात्री न होने के कारण नौ रूट बंद किए गए हैं। बस आपरेट्र्स यूनियन के प्रधान रघुविंद्र सिंह मेहता ने बताया कि निजी बसें 60 फीसदी रूटों पर ही चलीं। (एचडीएम)
नेशनल हाई-वे पर गिरे पत्थर
कालका-शिमला नेशनल हाई-वे पर बारिश के बाद कई जगह पत्थर गिरे हैं। फोरलेन निर्माता कंपनी की टीम ने मौके पर पहुंच सड़क पर से पत्थरों को हटाया है। कालका-शिमला नेशनल हाई-वे पर भारी बारिश से पहाडिय़ां दरकना शुरू हो गई हैं। सोमवार दोपहर बाद भी तंबू मोड़, सनवारा समेत बाईपास के समीप पहाडिय़ों से पत्थर और मलबा सड़क तक पहुंच गया। हालांकि इसमें कोई जानी नुकसान नहीं हुआ, लेकिन कुछ समय के लिए एनएच पर जाम लग गया था। इसके बाद फोरलेन कंपनी के कर्मचारियों और पुलिस जवानों ने मौके पर पहुंच कर यातायात को
बहाल किया।
जरूरी होने पर ही घरों से बाहर निकलें लोग
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अशोक वर्मा ने बताया कि पुलिस द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से सूचना जारी की गई है। प्रदेश में भारी बारिश होने के कारण हिमाचल में जगह-जगह सड़कें क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं। जिससे यातायात वाधित हो रहा है। अधिक बारिश होने के कारण नदी नालों का जलस्तर भी काफी बढ़ गया है,ऐसे में नदी-नालों के आसपास जाना भी खतरनाक हो सकता है। इसके अतिरिक्त राष्ट्रीय राजमार्ग-5 (चंडीगढ़, सोलन शिमला मार्ग ) का कार्य भी प्रगति पर है और अधिक बारिश होने की वजह से नेशनल हाईवे पर जगह जगह भू-स्खलन हो रहा है व इस सन्दर्भ में मौसम विभाग द्वारा भी अगले तीन दिन के लिए हिमाचल में हाई अलर्ट घोषित किया गया है। अत: सोलन पुलिस बाहरी राज्यों से शिमला, कुफरी तथा चायल की तरफ आने वाले पर्यटकों व आम जनता से अनुरोध करती है कि आवश्यक होने पर ही घरों से बाहर निकले, अन्यथा अपनी यात्रा स्थगित कर दें।
सर्दी-खांसी होने पर जांच जरूर करवाएं
मुख्य चिकित्सा अधिकारी सोलन डा. राजन उप्पल ने सदियों के मौसम के दृष्टिगत सभी को सजग रहने की आवश्यकता है। सोलन जिला वासियों से कोविड-19 एवं कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमिक्रॉन से सतर्क रहने की अपील की है। उन्होंने कहा कि यदि किसी व्यक्ति को जुकाम, खांसी, सांस लेने में परेशानी, बुखार या फ्लू जैसे लक्षण आए तो वे तुरंत अपनी कोविड जांच करवाएं।
ये बस रूट रहे प्रभावित
रूट समय
शिमला- चंडीगढ़ 5.40 सुबह
शिमला- चंडीगढ़ 6.42 सुबह
शिमला- चंडीगढ़ 8.12 सुबह
शिमला- चंडीगढ़ 11.6 सुबह
इसके अलावा थानाधार-चंडीगढ, अर्की से शिमला, सोलन से रोहड़ू, सोलन से बिजमल, सोलन से पुलवाहल रूट भी रविवार को बंद रहे