दियोली में दस बेड के अस्पताल को मिली हरी झंडी

By: Jul 30th, 2022 12:45 am

उपमंडल गगरेट पर प्रदेश सरकार मेहरबान; उपमंडल के दो स्वास्थ्य संस्थानों को स्तरोन्नत कर इन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का दिया दर्जा

स्टाफ रिपोर्टर- गगरेट
स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए पंजाब पर निर्भर रहने वाले सीमावर्ती उपमंडल गगरेट पर प्रदेश सरकार इस कद्र मेहरबान हुई कि इस उपमंडल के दो स्वास्थ्य संस्थानों को स्तरोन्नत कर इन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का दर्जा देने के बाद अब प्रदेश सरकार ने दियोली गांव में दस बेड के अस्पताल की स्थापना को हरी झंडी दे डाली है। सियासत की सीढ़ी पर पहला कदम रखने वाले विधायक राजेश ठाकुर ने स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए विधानसभा क्षेत्र गगरेट में जो जाल बिछाया है अगर यहां पर्याप्त स्टाफ की व्यवस्था हो गई तो स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए विधानसभा क्षेत्र गगरेट की चर्चा राजेश माडल के रूप में होनी तय है। विधानसभा क्षेत्र गगरेट में यूं तो स्वास्थ्य सुविधाओं के नाम पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अमलैहड़, शिवपुर, बढेड़ा राजपूतां, मरवाड़ी के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दौलतपुर चौक व सिविल अस्पताल गगरेट की स्थापना यहां पहले से ही है लेकिन अब विधानसभा क्षेत्र गगरेट में इतने पीएचसी नहीं होंगे जितने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हो जाएंगे।

विधायक राजेश ठाकुर के प्रयास से प्रदेश सरकार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अमलैहड़ व बढेड़ा राजपूतां को पहले ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बनाने को हरी झंडी दे चुकी है और अब दियोली गांव में भी दस बैड के अस्पताल को हरी झंडी दिखा दी लगई है। यानि गगरेट क्षेत्र के पैर-पैर पर अब स्वास्थ्य केंद्र होंगे। इन केंद्रों के स्तरोन्नत होने के साथ-साथ यहां स्टाफ के नए पद भी सृजित होंगे तो अब सिविल अस्पताल गगरेट में भी स्वास्थ्य सुविधाएं सुदृढ़ करने का प्रदेश सरकार पर दबाव रहेगा। यानि अब कोई भी बीमारी होने पर लोग नीम हकीम के चक्कर में फंस कर अपनी जान आफत में नहीं डालेंगे बल्कि क्वालीफाइड डाक्टर के पास जाकर उचित परामर्श के साथ उपचार भी हासिल कर सकेंगे। विधानसभा क्षेत्र गगरेट में इस समय सिविल अस्पताल से लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों कि संख्या सात हो गई है और दियोली में दस बैड के अस्पताल की स्थापना हो जाने से यह संख्या आठ हो जाएगी। इनमें से तीन तो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ही गगरेट क्षेत्र में होंगे। यानि अगर अन्य विधानसभा क्षेत्रों से इस क्षेत्र की तुलना की जाए तो अब जनसंख्या के लिहाज से भी यहां स्वास्थ्य संस्थानों की संख्या तो पर्याप्त हो गई है लेकिन अब इनमें स्वास्थ्य सुविधाएं सुदृढ़ करने का दवाब भी रहेगा।

विधानसभा क्षेत्र गगरेट से पहली बार विधायक बनकर विधानसभा पहुंचे विधायक राजेश ठाकुर ने स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत करने के लिए जो प्रयास किया है अगर इस पर ृभविष्य में काम हुआ तो लोगों को घर द्वार पर बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं तो मिलेंगी ही बल्कि राजेश माडल के चर्चे भी प्रदेश में आम होंगे। हालांकि यह भी सही है कि अभी तक विधानसभा क्षेत्र गगरेट के अस्पतालों में विशेषज्ञ डाक्टरों के पद सृजित नहीं हुए हैं लेकिन अगर वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की तरफ देखा जाए तो ज्यादा स्वास्थ्य संस्थान भी समय की मांग है। कोरोना काल में जब जिले में अस्पताल ही कम पड़ गए तो जिला प्रशासन को अस्थाई तौर पर अस्पतालों की व्यवस्था करनी पड़ी थी। इस लिहाज से विधानसभा क्षेत्र गगरेट के स्वास्थ्य संस्थान अगर स्तरोन्नत किए गए हैं और दियोली में दस बैड के अस्पताल को स्वीकृति मिली है तो भविष्य में किसी भी महामारी से लड़ाई लडऩे में यह आधारभूत ढांचा काफी सहायक सिद्ध हो सकता है। उधर विधायक राजेश ठाकुर का कहना है कि कोरोना महामारी को देखते हुए उन्होंने स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए आधारभूत ढांचा विकसित करने पर बल दिया।


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