नाको में आईस स्केटिंग ट्रेनिंग

By: Dec 29th, 2022 12:17 am

दिव्य हिमाचल ब्यूरो-रिकांगपिओ
शीत मरुस्थलिय क्षेत्र किन्नौर के नाको स्थित प्राकृतिक झील पर पहली बार आईस स्केटिंग प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इस का आयोजन हिमाचल आईस स्केटिंग एसोसिएशन सहित किन्नौर टूरिज्म एसोसिएशन व किन्नौर स्की एसोसिएशन के संयुक्त प्रयास से किया जा रहा है। नाको के प्राकृतिक झील पर तीन दिनों तक चलने वाले इस प्रशिक्षण शिविर का आयोजन बौद्ध धर्म गुरु परम पावन सोमंग रिनपोछे जी के आशीर्वाद से हिमाचल आइस स्केटिंग एसोसिएशन के उपाध्यक्ष प्रदीप कंवर द्वारा उद्घाटन किया होगा। इस आयोजन में स्थानीय क्लब पुग्र्युल आईस स्केटिंग एसोसिएशन के पदाधिकारियों की प्रमुख भूमिका देखी जा रही है। इस प्रशिक्षण शिविर में 15 से अधिक युवा भाग ले रहे है। किन्नौर जिला पर्यटन अधिकारी डाक्टर मेजर शशांक गुप्ता ने बताया कि जिला किन्नौर में इस तरह के शिविरों के आयोजनों से साहसिक खेलों के लिए रास्ते तलाशे जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि यदि मौसम स्कीइंग के लिए अनुकूल रहा, तो राज्य स्तर पर किन्नौर जिला के चांसू में स्कीइंग चैंपियनशिप का भी आयोजित किया जाएगा।

दूर हो जाएगा पानी का संकट…20 जनवरी से शुरू होगी चाबा-गुम्मा योजना
बरसात में क्षतिग्रस्त हो गई थी योजना; बद्दी की कंपनी कर रही मशीनरी ठीक, पुणे से आने हैं पाट्र्स

संतोष कुमार-शिमला
शिमला शहर की जलापूर्ति के लिए बैकअप योजना चाबा-गुम्मा करीब तीन माह बाद 20 जनवरी से फंक्शनिंग में आ जाएगी। शहर के लिए एसजेपीएनएल की छह जलापूर्ति योजनाएं हांफ जाने की सूरत में इस चाबा गुम्मा योजना से शहर को सप्लाई की जाती है, जिससे शहर में लोगों को पेयजल उपलब्ध होता है, लेकिन इस बार की बरसात ने यहां जमकर तबाही मचाई थी और पहाड़ी से चट्टानें गिरने से चाबा-गुम्मा पंपिंग स्टेशन क्षतिग्रस्त गई थी, जबकि नॉटी खड्ड का बहाव रूकने से मशीनें जलमग्न हो गई थी।

इसे लेकर प्रधान सचिव शहरी विकास विभाग देवेश कुमार ने एसजेपीएनएल के अधिकारियों को एक पखवाड़े में इस योजना को चालू करने के निर्देश दिए है, क्योंकि मौसम के ड्राई स्पैल के चलने के कारण पेयजल योजनाओं में पानी की कमी आ सकती है, जिससे शहर में पेयजल संकट आ सकता है। इस पर एजसेपीएनएल ने इस योजना को 20 जनवरी से फंक्शनिंग करने का टारगेट रखा हुआ है। जानकारी के अनुसार चाबा-गुम्मा पेयजल योजना के क्षतिग्रस्त होने के बाद यहां पर मलबा हटा दिया गया है और मशीनरी खोलकर मरम्मत के लिए भेजी गई है। बिजली का ट्रांसफार्मर भी दुरूस्त बना दिया गया है, लेकिन मशीनरी के पाटर््स पुणे से मंगवाए जा रहे है, जिसके लिए बददी की कंपनी ने मशीनरी को 15 जनवरी तक ठीक करके देने का आश्वासन दिया है और एसजेपीएनएल ने 20 जनवरी से इस योजना को फंक्शनिंग का प्लान तैयार किया है। बरसात के दिनों में इस पंपिंग स्टेशन की रिटेनिंग वॉल सहित परियोजना में लगे पंप, मोटर और ट्रांसफार्मर सहित अन्य बिजली का सामान व भवन को नुकसान पहुंचा था, जिससे परियोजना में करीब 5 करोड़ रुपए के नुकसान का आंकलन लगाया गया है। शिमला ग्रामीण के सुन्नी से 5 किलोमीटर दूर सतलुज नदी किनारे ब्रिटिश राज के समय 1.75 मेगावाट का चाबा पॉवर हाउस बनाया गया था।

नॉटी खडड के पानी को इस स्कीम के तहत चाबा से 14.5 किलोमीटर दूर गुम्मा पंपिंग स्टेशन पहुंचाया जा रहा है। योजना के तहत शिमला को रोजाना 10 एमएलडी अतिरिक्त पानी मिलता है। एसजेपीएनएल की छह योजनाओं से शिमला शहर में बुधवार को 41.86 एमएलडी पानी आया है, जो कि रोजमर्रा आने वाली आपूर्ति से 5 से 6 एमएलडी कम है। शिमला शहर में 34700 उपभोक्ताओं जिनमें 28168 घरेलू व करीब 4500 कर्मशियल उपभोक्ताओं के लिए करीब 45 से 50 एमएलडी पानी की आवश्कता है और एसजेपीएनएल की छह योजनाओं से शिमला शहर में प्रतिदिन औसतन 45 से 47 एमएलडी पानी आ रहा था, लेकिन बुधवार को गिरी योजना से पांच से छह एमएलडी पानी कम पहुंचा है। बुधवार को गुम्मा योजना से 20.23, गिरी योजना से 13.65, चुरट से 3.20, सियोग से 0.36, चैयड़ से 0.60, कोटी ब्रांडी से 3.82 एमएलडी पानी
आया है। …(एचडीएम)

चाबा-गुम्मा योजना के बरसात में क्षतिग्रस्त होने के बाद यहां से मलबा हटवा लिया गया है, जबकि खराब मशीनरी को दुरूस्त बनाया जा रहा है और बददी की कंपनी इसे ठीक कर रही है, लेकिन इसके पाटर््स पुणे से मंगवाए जा रहे है और 15 जनवरी तक कंपनी मशीनरी को ठीक करके दे देगी और 20 जनवरी से यह योजना फंक्शन करना आरंभ कर देगी।
प्रेम प्रकाश शर्मा, एजीएम, एसजेपीएनएल


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App