बर्फीली हवाओं से सोलन सुन्न

By: Jan 30th, 2023 12:20 am

आसमान में दिनभर बादल छाए रहने से शीतलहर का बढ़ा प्रकोप,बाजारों में सन्नाटा

राजेंद्र सिंह-सोलन
पश्चिम विक्षोभ के चलते जिला सोलन में मौसम ने एक बार फिर करवट बदल ली है। दो दिनों की कड़ाके की धूप के बाद रविवार को पूरा दिन आसमान काले घने बादलों से घिरा रहा। मौसम के करवट बदलते ही क्षेत्र में पूरा दिन शीतलहर का प्रकोप जारी रहा। बर्फीली हवाओं के चलने के कारण क्षेत्र के तापमान में भी गिरावट देखने को मिली। मौसम विभाग से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार रविवार को सोलन का न्यूनतम तापमान 3.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के द्वारा 29 और 30 जनवरी को बारिश की संभावना व्यक्त की गई है। मौसम विभाग की माने तो क्षेत्र में मध्यम दर्जे की बारिश होगी। बहरहाल शीतलहर के प्रकोप के कारण सोलन तथा आसपास के क्षेत्रों में रौनक में भारी कमी देखने को मिली । सोलन के अप्पर बाजार, लोअर बाजार, गंज बाजार, कोटलानाला, चंबाघाट सभी स्थानों पर लोगों की चहल कदमी में कमी देखने को मिली। अधिकांश लोग अपने घरो पर दुबके रहे। शीत लहर के प्रकोप से बचने के लिए लोगों को दिनभर अलाव का सहारा लेना पड़ा। रविवार को शीतलहर का प्रकोप इस कदर जारी रहा कि परींदे भी अपने घोंसलों से बाहर नहीं निकले। दो दिन पूर्व मौसम की बात की जाए तो दो दिनों तक सोलन तथा आस पास के क्षेत्रों में कड़ाके की धूप पड़ी।

हालांकि इससे पूर्व क्षेत्र में हुई हलके से मध्यम दर्जे की बारिश किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है, लेकिन पर्याप्त मात्रा में बारिश का अभाव अभी भी देखने को मिल रहा है। हालांकि समय पर बारिश न होने के कारण किसान फसलों की बीजाई करने से वंचित रह गए। जिस कारण किसानों के चेहरो चिंता की लकीरे अभी भी साफ पढ़ी जा रही है। मौसम के मद्देनजर किसानों और बागबानों के लिए डा. वाईएस परमार वानिकी एवं बागबानी विश्वविद्यालय द्वारा समय-समय पर एडवाईजरी भी जारी की जाती है। किसानों और बागबानों के साथ साथ वैज्ञानिकों द्वारा पशुओं को ठंड से बचाने के लिए पशुशाला की समुचित व्यवस्था करने की सलाह दी है। किसानों को सलाह दी जाती है कि वे बछड़ों को रात के समय जूट के बोरे से ढक कर ठंड से बचाएं और दिन के समय कुछ देर धूप में बिठाएं। पशुशाला के शेड के अंदर ठंडी हवा के मार्ग को कम करने के लिए चादरों का उपयोग करें क्योंकि पशुशाला के शेड के अंदर ठंडी हवा का प्रवेश पशुओं के दूध उत्पादन को प्रभावित करता है। शेड के अंदर नमी बनाए रखने के लिए उचित वेंटिलेशन के लिए खिड़कियां दिन के समय खुली रखें। (एचडीएम)


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