हमीरपुर में 482 प्राइमरी टीचरों को किया ट्रेंड

By: Feb 20th, 2023 12:19 am

मंगलेश कुमार- हमीरपुर
हमीरपुर जिला के सरकारी स्कूलों में तैनात प्राइमरी टीचरों को पांच दिवसीय निपुण मेले की ट्रेनिंग में प्रशिक्षण का पहला चरण पूरा हो चुका है। जिला के सभी छह ब्लॉकों के जरिए 482 प्राइमरी टीचरों को छोटे-छोटे बच्चों को खेल-खेल में पढ़ाई के टिप्स दिए गए हैं, ताकि छोटे बच्चों को पढ़ाई बोझ ना लग सके। शेष अध्यापकों की दूसरे चरण की ट्रेनिंग 15 मार्च के बाद ही शुरू करवाई जाएगी, ताकि छात्रों की पढ़ाई बाधित ना हो सके। बता दें कि हमीरपुर जिला के सरकारी स्कूलों में तैनात प्राइमरी टीचरों को पांच दिवसीय ट्रेनिंग में नर्सरी से तीसरी कक्षा के बच्चों को पढ़ाई के टिप्स दिए जा रहे हैं, ताकि नन्हें-मुन्हें छात्रों को पढ़ाई बोझ ना लग सके और वे खेल-खेल में भाषा, भाग व गणित विषय का ज्ञान आसानी से सीख सकें। इसके लिए जिला के सभी ब्लॉकों में पांच दिवसीय निपुण मेले का पहला चरण चल रहा था, जोकि शनिवार को पूरा हो गया है।

भोरंज व गलोड़ क्षेत्र के जो शिक्षक ट्रेनिंग से बंचित रह गए थे, उन्हें भी पांच दिवसीय प्रशिक्षण दे दिया गया है। ऐसे में शेष 494 प्राइमरी शिक्षकों को दूसरे चरण में मार्च माह में 15 तारीख के बाद पांच दिवसीय ट्रेनिंग दी जाएगी, ताकि स्कूली छात्रों को अध्यापकों की कमी के चलते कक्षाएं प्रभावित ना हो सकें। क्योंकि छात्रों के फाइनल एग्जाम सिर पर हैं। पहले चरण की ट्रेनिंग प्रक्रिया भी इस तरह से करवाई गई, ताकि कम से कम वर्किंग डे प्रभावित हों। ऐसे में ट्रेनिंग सेशन संडे या छुट्टी के दिन भी लगाए गए, ताकि छात्रों की पढ़ाई कम से कम प्रभावित हो। अगले वर्ष से नर्सरी से दूसरी कक्षाओं के छात्रों को खेल-खेल में पढ़ाई के टिप्स दिए जाएंगें। ट्रेनिंग में शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020, नेशनल अचीवमेंट सर्वे, निपुण भारत कार्यक्रम की रूपरेखा, उद्देश्य एवं लक्ष्य, पाठशाला प्रबंधन समितियों एवं समुदाय के साथ बेहतर तालमेल, निपुण मेला, निपुण लक्ष्य, रेडनेस मेला, आकलन, बातचीत, ध्वनि खेल, गीत कविताएं, कहानियां, अक्षर खेल, गणित, हिंदी और अंग्रेजी भाषा के बुनियादी ढांचे के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की गई, ताकि यह सभी बातें पाठशाला में पढ़ रहे बच्चों को सिखाई जा सकें और उनका आधार मजबूत किया जा सके।

इससे बच्चे अपने विचार खुलकर व्यक्त करेंगें और गणित के बुनियादी ज्ञान को अपने जीवन में प्रयोग करने में सक्षम होंगें। इसके अलावा शिक्षा बच्चों के लिए बोझ के बजाय मनोरंजन बन सकेगी। इससे बच्चों में रटने की प्रवृति पर अंकुश लगेगा और बच्चे के लिए पढ़ाई भी बोझ के बजाय मनोरंजक लग सके और बच्चे प्राप्त ज्ञान को अपने व्यवहारिक जीवन के दैनिक कार्यों और व्यवहार में ला सकें। जबकि दूसरे चरण के प्राइमरी टीचरों को बाद में ट्रेनिंग दी जाएगी, ताकि छोटे-बच्चे खेले-खेले में ही शिक्षा प्राप्त कर सकें। वहीं, जिला परियोजना अधिकारी, समग्र शिक्षा विभाग हमीरपुर धर्मपाल चौधरी ने कहा कि हमीरपुर जिला के सरकारी स्कूलों में तैनात 482 प्राइमरी टीचरों को पांच दिवसीय निपुण मेले के जरिए बच्चों को पढ़ाने के टिप्स दिए गए हैं। शेष 494 प्राइमरी टीचरों को मार्च माह में छात्रों के फाइनल एग्जाम के बाद दूसरे चरण की ट्रेनिंग मुहैया करवाई जाएगी। (एचडीएम)


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