मंडी प्रशासन ने लोक कलाकारों के साथ ऑडिशन के नाम पर किया मजाक

By: Mar 4th, 2023 12:55 am

कई कलाकारों को ऑडिशन में पास होने के बावजूद नहीं मिला मंच

नगर संवाददाता-सैंज
मंडी शिवरात्रि महोत्सव में हिमाचल प्रदेश के कलाकारों को मंडी प्रशासन ने शिवरात्रि मेले के आयोजित होने वाली रात्रि सांस्कृतिक संध्या के कार्यक्रम के लिए ऑडिशन के लिए बुलाया था। ऑडिशन देने के बावजूद भी कलाकारों को कार्यक्रम नहीं मिला, जिस कारण हिमाचल प्रदेश के कई कलाकार मंडी प्रशासन की कार्यप्रणाली से संतुष्ट नहीं हैं, कई कलाकारों को ऑडिशन में सिलेक्ट होने के बावजूद भी कार्यक्रम नहीं मिला। ऐसे में कलाकारों ने मंडी प्रशासन के प्रति नाराजगी जाहिर की है। हिमाचल एक सूत्र कला मंच के कार्यकारी अध्यक्ष करतार कौशल ने बताया कि मंडी शिवरात्रि में पहली बार देखने को मिला कि हिमाचल प्रदेश के सभी जिलों के कलाकारों ने ऑडिशन दिए और उन कलाकारों को ऑडिशन देने के बावजूद भी मंच प्रदान नहीं किया। उन्होंने कहा कि हैरानी इस बात की है कि इस ऑडिशन में ऐसे कलाकारों ने भी ऑडिशन दिया जो बरसों से अपनी आवाज का जादू बिखेर रहे हैं जो उनके साथ एक भद्दा मजाक था।

उन्होंने बताया कि उदाहरण के तौर पर जंजैहली से प्रसिद्ध लोक गायिका कला चौहान जो किसी परिचय की मोहताज नहीं हैं, उनसे भी निर्णायकों ने ऑडिशन लिया जो एक कलाकार की सबसे बड़ी बेइजती है। उन्होंने कहा कि दुख तब होता है जब कुछ कलाकार निर्णायक बंधुओं द्वारा सिलेक्ट किए जाने के बावजूद भी उन्हें मंच में समय नहीं दिया गया। वह एक कलाकार के साथ बहुत बड़ी बेइनसाफी है। उन्होंने कहा कि मंडी प्रशासन ने मंडी शिवरात्रि के लिए समाचार के माध्यम से ऑडिशन की डेट फाइनल की थी, जिसमें हिमाचल प्रदेश के सभी जिलों के कलाकार ऑडिशन देने पहुंच,े इतना भारी भरकम किराया व दिन तोड़ कर के कलाकार कलाकारों ने ऑडिशन दिया और बावजूद इसके उनको मंच नहीं दिया गया जो ऐसा पहली बार हुआ है। उन्होंने बताया कि मंडी शिवरात्रि के लिए लगभग 300 से ज्यादा कलाकारों ने ऑडिशन दिए हैं और उनमें से मात्र निर्णायक मंडल 24 कलाकारों को ही सिलेक्ट किया है और इन 300 कलाकारों में से 100 ऐसे कलाकार थे जो बरसों से हिमाचल प्रदेश के अंतरराष्ट्रीय, राज्य स्तरीय जिला स्तरीय मेलों में अपना कार्यक्रम पेश कर चुके हैं और यू-ट्यूब और सोशल मीडिया पर उनके कई ऐसे गाने हैं, जिन्हें लाखों लोगों ने पसंद भी किया है और लाइक भी किया है।

उन्होंने सरकार से मांग की है कि कलाकारों को कैटेगरी के हिसाब से स्थायी मानदेय प्रस्तावित करें और मेला आयोजित कमेटी को आदेश दें कि सर्वप्रथम जहां मेला आयोजित हो रहा है, उस जिले के कलाकारों को तरजीह दी जाए और साथ में अन्य जिले के उत्कृष्ट कलाकारों को भी मेलों में मंच प्रदान किया जाए ताकि हमारी संस्कृति को बढ़ावा मिल जाए। वहीं उन्होंने सरकार से मांग की है कि जिला स्तरीय मेलों के आयोजन में प्रशासन अपनी भागीदारी निभाए ताकि कलाकारों को प्रताडि़त न होना पड़े, क्योंकि अकसर देखा गया है प्रशासनिक अधिकारी स्थानीय कमेटी बनाकर अपना पल्ला झाड़ देते हैं और वे कलाकारों के साथ राजनीति कर उन्हें प्रताडि़त करते हैं वहीं उन्होंने सरकार से मांग की है कि कलाकार किसी भी राजनीतिक के रंग में नहीं रंगता है और राजनीतिक लोग कलाकारों को भी राजनीतिक रंग लगाकर उनके साथ भेदभाव कर लेते हैं। इसलिए सांस्कृतिक कार्यक्रम की देखरेख प्रशासन के हाथ में ही ही रहनी चाहिए। करतार कौशल ने कहा कि शीघ्र ही हिमाचल एक सूत्र कला मंच का प्रतिनिधिमंडल हिमाचल प्रदेश मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से मिलेगा और कलाकारों के हितों की बात रखेगा।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App