सोशल मीडिया पर डाली फोटो ने पहुंचा दिया जेल
रमेश शर्मा-रामपुर बुशहर
स्नेरिंग तकनीक से भालू को मारने वाले आरोपी पकड़े ही नहीं जाते यदि उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट नहीं डाली होती। आरोपियों ने भालुओं को मारने के लिए स्नेरिंग तकनीक का इस्तेमाल किया था। चर्चा हैं की इससे पहले भी क्षेत्र में भालू को इसी तकनीक से मार गिराया है, लेकिन आरोपी हाथ नहीं लगे थे। बताया जाता है कि भालू को मार डालने के बाद इसकी पोस्ट सोशल मीडिया पर डाली गई थी। बता दें कि भालू की खाल और इसकी चर्बी जो शरीर के भागों में दर्द के लिए मालिश के लिए प्रयोग में लाई जाती हैं, जो बहुत महंगी बिकती है, इसलिए इनका शिकार किया जाता है। रामपुर के ननखड़ी रेंज के भल्ली में हिमालयन ब्लैक बीयर (सेलेनारक्टोस) के अवैध शिकार के मामले में गिरफ्तार चार आरोपियों को रविवार को जज के समक्ष पेश किया, जहां से अदालत ने उन्हें सोमवार तक के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।
जानकारी के अनुसार कोटगढ़ वनमंडल के तहत ननखड़ी रेंज के भल्ली में हिमालयन ब्लैक बीयर (सेलेनारक्टोस) के अवैध शिकार के मामले में रामपुर चंद्रशेखर कायथ ने कहा कि उन्हें सूचना मिली थी कि कुछ स्थानीय लोगों ने एक संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ा है। वन विभाग और पुलिस की टीम जब मौके पर पहुंची, तो उक्त व्यक्ति ने अपना नाम सुनील कुमार निवासी राजस्थान बताया। उसने पुलिस को बताया कि शिकार किए गए भालू को उसने अपने दोस्त के पास एक नाले में रखा है। भालुओं की उम्र करीब 3 से 4 साल की बताई गई है। पुलिस आरोपी सुनील कुमार को मौके पर ले गई। पुलिस ने इस मामले में चार लोग गिरफ्तार कर लिए हैं। इनमें दीवान चंद, निवासी जिला शिमला, सुनील कुमार निवासी राजस्थान, प्रीतम थापा निवासी जिला गुल्मी अंचल लुंबनी नेपाल और अजय थापा निवासी जिला गुल्मी आंचल लुंबनी नेपाल को धर दबोचा है, जिन्हें रविवार को अदालत में पेश कर दिया गया है। डीएसपी रामपुर चंद्रशेखर कायथ ने कहा कि 51-वन्य जीवन संरक्षण अधिनियम 1972 और आईपीसी के तहत दर्ज मामले में गिरफ्तार चारों आरोपियों को 30 जनवरी तक पुलिस रिमांड मिला है।…(एचडीएम)
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