कम्पीटीशन रिव्यू

शुतुद्रु राज्य के छिन्न-भिन्न होने के बाद शिवालिक क्षेत्र बहुत से छोटे-छोटे टुकड़ों में बंट गया, लेकिन यह अवस्था सदा नहीं रह सकती थी और मालवा से आए एक चंदेल वंशीय राजपूत ने स्थिति से लाभ उठाकर सतलुज घाटी में कहलूर राज्य की नींव डाली… बिलासपुर इतिहास : यह राज्य सतलुज नदी की निचली घाटी

गतांक से आगे… इंडियन नेशनल कांग्रेस का गठन : इंडियन  नेशनल कांग्रेस की स्थापना  1885 में हुई। इससे भारत में साम्राज्यवादी नियंत्रण धीरे-धीरे कम होने की और उत्तरदायी सरकार के विकास की प्रक्रिया की शुरुआत हुई। कांग्रेस ने प्रारंभ से ही अपने सार्वजनिक जीवन का मुख्य आधार यह बनाया कि देश में धीरे- धीरे प्रतिनिधि

एनिमेशन कार्टूनिंग का कोर्स करवाने वाले संस्थानों बारे जानकारी दें। — राजेश शर्मा, मनाली एनिमेशन कार्टूनिंग में युवाओं के लिए करियर के अच्छे स्कोप हैं। एनिमेशन कार्टूनिंग का कोर्स कराने वाले प्रमुख संस्थान हैं दिल्ली कालेज ऑफ  आर्ट, तिलक मार्ग, नई दिल्ली, सर जेजे स्कूल ऑफ  आर्ट, मुंबई, नेशनल इंस्टीच्यूट ऑफ  डिजाइन पाल्दी अहमदाबाद। इन

धर्मशाला नगरपालिका की स्थापना 1867-68 ई. में की गई। यहां प्रसिद्ध सेंट जॉन चर्च है, जहां 20 नवंबर, 1863 ई. को भारत के गवर्नर जनरल लार्ड एल्गिन-।। की अंत्येष्टि की गई। उसने मंडी जिला के गांव चौंतड़ा में अंतिम सांस ली थी। प्रसिद्ध युद्ध स्मारक भी धर्मशाला में स्थित है… धर्मशाला यह 1250 मीटर की

दामोदर दास वर्ष 1651 में मकड़ाहर पहुंचा, उसके बाद 1653 में मणिकर्ण मंदिर में रखने के बाद सन् 1660 में कुल्लू के रघुनाथ मंदिर में विधि विधान से मूर्तियों को स्थापित किया। उसके पश्चात राजा राजपाट इन्हें सौंप कर स्वयं प्रतिनिधि सेवक के रूप में कार्य करने लगा तथा राजा रोग मुक्त हो गया… कुल्लू

पहाड़ों में बर्फबारी कम होने से नदियों के जल स्तर में भी गिरावट आ रही है। ग्लेशियरों के सिकुड़ने की घटना को वैज्ञानिकों  ने गंभीरता से लिया है। प्रदेश की विज्ञान एवं तकनीकी परिषद ने पहले ही राज्य के ग्लेशियरों को लेकर व्यापक अध्ययन  किया है… गतांक से आगे… प्रसिद्ध हिमनद: हिमालयी  क्षेत्र के ग्लेशियर

गुरुमंत्र जिंदगी वही जी रहा है जिसके जीवन में लक्ष्य है। बाकी के लोग किसी और के सपनों के लिए कार्यरत हैं। उनके अपने सपने तो हैं लेकिन बहुत सीमित और उनके सपने उन साधनों पर निर्भर करते हैं जो उन्हें मिल रहे हैं… आज के समय में संसार में मात्र 2 प्रतिशत लोग अपने

अंद्रेटा के शांत वातावरण ने इन्हें अपना स्थायी निवास बनाने के लिए आकर्षित किया, परंतु यह केवल 1947 ई. में देश के विभाजन के बाद ही हो सका । सरदार अंद्रेटा को गए और एक झोंपड़ी में रहने लगे जो नौरा रिचर्ड ने उनके लिए किराए पर ले दी। उस गांव में घर बनाने के

भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल भारत- तिब्बत  सीमा पुलिस बल द्वारा निम्न पदों के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। पद – कांस्टेबल (ड्राइवर) रिक्तियां – 134. शैक्षणिक योग्यता – 10वीं पास, ड्राइविंग में न्यूनतम 2 वर्ष का अनुभव और वैध ड्राइविंग लाइसेंस। आयु  सीमा – न्यूनतम 21 वर्ष और अधिकतम 27 वर्ष। आवेदन की अंतिम तिथि