हिमाचल समाचार

अब खेल नगरी धर्मशाला में इंटरनेशनल स्विमिंग पूल बनाए जाने की योजना बनाई गई है। सिंथेटिक ट्रैक के साथ लगते मैदान में जिसे अभी तक पार्किंग के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है, वहां पर स्विमिंग पुल बनाने का प्लान...

नगरोटा बगवां की ग्राम पंचायत लिल्ली के युवा सैनिक की आकस्मिक मौत की खबर से क्षेत्र में शोक की लहर है । जानकारी के मुताबिक भारतीय सेना की पंजाब रेजिमेंट में सेवारत लिल्ली के 25 वर्षीय हैप्पी की सेवाकाल के दौरान लेह में मौत हो गई । बताया जा रहा है कि उसे दो दिन पहले ब्रेन हैमरेज के चलते उपचार हेतु भर्ती करवाया गया था, लेकिन चिकित्सकों की तमाम कोशिशें नाकाम हुई ओर भारत माता का एक ओर जांवाज सपूत दुनिया को अलविदा कह गया । जवान की मौत की खबर सोमवार को जैसे ही पैतृक गांव पहुंची क्षेत्र में सन्नाटा पसर गया । गांव की प्रधान सुमना देवी ने सेना के हवाले से मिली सूचना के आधार पर खबर की पुष्टि की है ।

प्रदेश के प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन के उद्योगों पर किसान आंदोलन भारी पडऩे लगा है। दरअसल किसान आंदोलन के चलते माल ढुलाई बुरी तरह प्रभावित हुई है। हालात यह है कि दिल्ली के लिए ट्रकों की आवाजाही पूर्ण रूप से ठप है, वहीं अन्य राज्यों से आ रहा कच्चा माल व जा रहा तैयार माल समय पर नहीं पहुंच पा रहा है, नतीजतन उत्पादन व तैयार माल की आपूर्ति प्रभावित हो रही है। विगत छह दिन के भीतर नालागढ़ ट्रक यूनि

हिमाचल प्रदेश को प्रधानमंत्री पोषण स्कीम के तहत केंद्र की ओर से 5 करोड़ 75 लाख रुपए का बजट जारी किया गया है। इसमें कांगड़ा को सबसे ज्यादा करीब 96 लाख रुपए आबंटित किए गए हैं। प्रदेश के कुल 12 जिलों को पांच करोड़ रुपए का बजट आबंटित किया गया है। इस बजट के तहत प्रदेश भर के कुक कम हेल्पर्स (सीसीएच) के वेतन में बढ़ोतरी भी की गई है। अब सीसीएच को 3500 की बजाय 4000 रुपए वेतन प्रतिमाह दिया जाएगा। गौर रहे कि देश भर में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त प्राथमिक स्कूलों के बच्चों को पका हुआ भोजन उपलब्ध करवाने हेतु 1995 में मिड-डे मील योजना को शुरू किया गया था।

बड़े शहरों की तर्ज पर अब प्रदेश में भी पुलिस पेट्रोल पंप होगा, जिसे निजी कंपनी या व्यक्ति नहीं बल्कि पुलिस कर्मचारी चलाएंगे। बता दें कि यह प्रदेश में पुलिस विभाग का पहला पेट्रोल पंप है। इसके अलावा ऊना व बिलासपुर में पुलिस पेट्रोल पंप प्रस्तावित है। पुलिस लाइन सोलन में सब्जी मंडी के नजदीक पेट्रोल पंप बनकर लगभग तैयार हो चुका है, जिसका निरीक्षण सोमवार को पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू ने किया है। इस दौरान उन्होंने यहां पर अधिकारियों से जानकारी हासिल की है, कितना कार्य बचा है और कब तक यह पूरा हो जाएगा। पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू ने बताया कि पुलिस के कर्मचारी पेट्रोल पंप का संचालन करेंगे और इससे होने वाली आय को पुलिस कर्मियों के कल्याण के लिए इस्ते

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने यहां एकल नारी संगठन के राज्य स्तरीय समारोह की अध्यक्षता की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार समाज के जरूरतमंद और वंचित वर्गों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के तहत अगले वित्तीय वर्ष में 70 करोड़ रुपए अतिरिक्त व्यय करते हुए 40 हजार नए लाभार्थी जोड़े जाएंगे। इस योजना के लिए लगभग 1260 करोड़ रुपए आबंटित किए गए हैं, जिससे वृद्ध,

मंडी के राजा के नाम की फर्जी पावर ऑफ अटार्नी बना कर राजस्व रिकार्ड में छेड़छाड़ कर भूमि हड़पने और ऐसा प्रयास करने की शिकायत मंडी के राजा ओमेश्वर सेन सदर थाना मंडी में करवाई है। शिकायतकर्ता ओमेश्वर सेन पुत्र अशोक पाल सेन निवासी भवानी पैसेल मंडी की शिकायत के बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा-420, 466, 467, 468, 471 और 447 में मुकदमा दर्ज किया है। मामले में शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि राजा की ए

एम्स बिलासपुर के रेडियोलॉजी विभाग के डाक्टरों ने आरएफए एब्लेशन विधि का उपयोग करके ऑस्टियोइड ओस्टियोमा एक दर्दनाक हड्डी ट्यूमर का सफल उपचार किया है। यह ट्यूमर आमतौर पर बच्चों और युवा वयस्कों में होता है। इस न्यूनतम आक्रामक और सटीक उपचार विकल्प द्वारा 12 वर्षीय और 16 वर्षीय दो बच्चों का सफलतापूर्वक इलाज किया है। एम्स बिलासपुर में इंटरवेंशनल रेडियोलॉजिस्ट डा. कर्मवीर चंदेल एमडी फेलोशिप इंटरवेंशन ने कहा कि हमारी टीम ऑस्टियोइड ऑस्टियोमा वाले बच्चों के लिए न्यूनतम आक्रामक उपचार विकल्प प्रदान करने

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मंडी के शोधकर्ताओं ने फ्र ांस के इंस्टीच्यूट नेशनल डी रेचेर्चे एट डी सेक्यूरिटे (आईएनआरएस) और भारत के राष्ट्रीय भौतिक प्रयोगशाला सीएसआईआर-एनपीएल के सहयोग से पूर्वोत्तर भारत के तीन राज्यों के ग्रामीण रसोईघरों में पारंपरिक ईंधन के उपयोग से खाना पकाने के तरीकों से होने वाले वायु प्रदूषण के हानिकारक प्रभावों पर एक व्यापक अध्ययन किया है। इस अध्ययन में इस बात का खुलासा हुआ है कि इन तीन राज्यों में असम, अरुणाचल प्रदेश और मेघालय में अभी भी 50 प्रतिशत से अधिक की आबादी अभी भी पारपंरिक ईंधन का प्रयोग कर रही है, जिससे इन क्षेत्रों में लोगों के फेफड़ों और डीएनए पर दुष्प्रभाव पड़ा है। शोध में जलाऊ लकड़ी बायोमास ईंधन का उपयोग करने वाले रसोईघ