कांगड़ा

नगरोटा बगवां —  व्यापारिक केंद्र व शिक्षा का हब बनकर उभर रहे नगरोटा बगवां क्षेत्र के प्रमुख बाजार में मूलभूत सुविधाओं के अभाव के कारण लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ती है। नगरोटा बाजार में खरीददारी करने के लिए जहां आसपास के दर्जनों गांवों के लोग आते हैं, वहीं नामी स्कूलों, अन्य शिक्षण संस्थानों व

भटेहड़वासा —  सन् 1972 में सड़क का काम शुरू हुआ, लेकिन आज दिन तक अधूरा ही है। इसे सरकार की अनदेखी कहें या सत्ताधारियों की क्षेत्र के प्रति उदासीनता का नतीजा। जी हां, यहां बात हो रही है लोक निर्माण विभाग देहरा के अधिकार क्षेत्र में आने वाली सड़क गुलेर से मसरूर वाया धंगड़ की।

धर्मशाला —  स्मार्ट सिटी की तर्ज पर धर्मशाला में चलाई गई दो रूटों पर जेएनएनयूआरएम नीली बसों के पहियों को ब्रेक लग गई है। धर्मशाला से पंजाब के रूटों पर चलने वाली इन बसों पर कोर्ट के आदेशों के बाद रोका गया है, लेकिन एचआरटीसी ने इन रूटों पर नीली बसों के स्थान पर अपनी

शाहपुर —  शाहपुर में केंद्रीय विश्वविद्यालय के लिए पर्याप्त भूमि होने के बावजूद यहां भवन का निर्माण न करवाने तथा सीयू के कुछ विभाग भी यहां से शिफ्ट करने पर लोगों में रोष है। इसको लेकर रविवार को शाहपुर, द्रम्मण व रैत आदि के व्यापार मंडल के अध्यक्षों,  घृत बाहती चाहंग महासभा के अध्यक्ष सहित

ढलियारा —  उपमंडल देहरा के डाडासीबा में एक 52 साल की महिला की चोटी कटने से क्षेत्र में दहशत का माहौल है। प्रवीण कुमारी व उसका बेटा बंद कमरे में सोया था और उसका पति रवि कुमार कमरे के बाहर सोए थे  । प्रवीण कुमारी ने रविवार सुबह देखा तो उसकी चोटी कटी हुई थी।

नगरोटा सूरियां —  नगरोटा सूरियां में करोड़ों रुपए से वन विभाग द्वारा इंटरप्रिटेशन सेंटर के पांच मंजिला भवन का निर्माण किया जा रहा है। डेढ़ साल से चल रहे इस निर्माण कार्य में ठेकेदार की लापरवाही सामने आई है। भवन की दीवार फटने से कार्यप्रणाली पर सवाल उठना शुरू हो गए हैं। भवन का अभी

धर्मशाला  —  स्मार्ट सिटी धर्मशाला में अब तंग सड़कों और गलियों में बेतरतीब रेहड़ी-फडि़यां नजर नहीं आएंगी। नगर निगम धर्मशाला द्वारा कचहरी चौक, शिल्ला चौक  व  मकलोडगंज में नई मार्केट सजाई जाएगी। धर्मशाला के मुख्य बाजार कोतवाली  में भीड़ भाड़ होने से अब स्ट्रीट वेंडर बनाने के लिए तीसरे स्थल के रूप में शिल्ला चौक

हनुमान जी की सेना के रूप में आम जनमानस के लिए पूजनीय रहे बंदर ऐसे खुराफाती हुए कि किसानों को दाने-दाने के लाले पड़ गए हैं। कल तक गुड़-चना डालकर अपने अराध्य देव को खुश करने में लगे किसान आज बंदरों के आतंक से इस कद्र परेशान हैं कि घाटे का सौदा साबित हो रही

धर्मशाला  —  खेल नगरी धर्मशाला में स्पोर्ट्स अथारिटी ऑफ इंडिया के ट्रेनिंग सेंटर साई होस्टल धर्मशाला में अब अंतरराष्ट्रीय स्तर की खिलाडि़यों को तैयार करने के लिए कबड्डी व  वालीबाल के कोर्ट तैयार कर लिए गए हैं। धर्मशाला सिंथेटिक ट्रैक के साथ लगते क्षेत्र में आउटडोर में कबड्डी और वालीबाल के कोर्ट तैयार किए गए