अकेले ही प्रचार करेंगे अखिलेश

By: Jan 13th, 2017 12:02 am

चुनावी प्लान तैयार, ‘एकला चलो रे’ की तर्ज पर आगे बढ़ने का बनाया मन

लखनऊ— चुनाव सिर पर आ गए हैं और समाजवादी पार्टी का झगड़ा अभी तक सुलझ नहीं पाया है। इतना तो साफ है कि दोनों खेमे किसी हाल में झुकने को राजी नहीं हैं। मुलायम भले अखिलेश के प्रति नरम दिख रहे हों, पर अखिलेश अपनी शर्तों से पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। ऐसे में चुनाव में नामांकन की तारीख नजदीक आने के साथ, यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अब ‘एकला चलो रे’ की तर्ज पर आगे बढ़ने का मन बना लिया है, चाहे इसके लिए उन्हें बागी ही क्यों न कहलाना पड़े। सूत्रों ने बताया कि अखिलेश खेमे ने चुनाव प्रचार का पूरा प्लान तैयार कर लिया है और अब सिर्फ 13 जनवरी का इंतजार किया जा रहा है, जब चुनाव आयोग यह फैसला सुनाएगा कि साइकिल चुनाव चिन्ह पर किसका अधिकार है। अखिलेश के एक करीबी विश्वासपात्र ने कहा कि साइकिल या मोटरसाइकिल… चुनाव चिन्ह चाहे जो भी हो, चुनाव प्रचार की सामग्री तैयार है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री अखिलेश खुद टीवी, अखबार और यहां तक कि सोशल मीडिया पर प्रचार की रणनीति खुद ही बना रहे हैं और उसे फाइनल भी वही करेंगे।

चुनाव आयोग के फैसले पर टिकी निगाहें

मुलायम सिंह यादव और उनके पुत्र तथा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बीच चल रहे विवाद की वजह से समाजवादी पार्टी (सपा) के भविष्य को लेकर लोगों की निगाहें अब चुनाव आयोग के शुक्रवार को आने वाले फैसले पर टिक गई हैं। मुलायम सिंह यादव अपने भाई शिवपाल सिंह यादव के साथ बुधवार से ही दिल्ली में हैं, जबकि अखिलेश यादव खेमे की ओर से राम गोपाल यादव आयोग में पेश होते रहे हैं। सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने राम गोपाल यादव पर भाजपा से मिलकर सपा को तोड़ने का आरोप बुधवार को ही लगा दिया था।

बीच में ही रोकना पड़ा रथ अभियान

अखिलेश के एक अन्य सहयोगी ने बताया कि परिवार में चल रहे विवाद की वजह से अखिलेश के चुनावी रथ अभियान को बीच में ही रोकना पड़ा था। चुनाव चिन्ह बदलने की स्थिति में, उनके रथ में कुछ छोटे बदलाव किए जाएंगे। अगर कांग्रेस से चुनाव पूर्व गठबंधन नहीं हो पाता है, तो प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्रों में प्रचार का एक वैकल्पिक प्लान भी तैयार कर लिया गया है। आयोग के फैसले के अलावा, अखिलेश अपने पिता से भी आखिरी बार बातचीत करना चाहते हैं। उन्हें भरोसा है कि मुलायम उन्हें पार्टी चलाने के लिए तीन महीने का समय दे देंगे।

बागी होने के सिवा कोई रास्ता नहीं

अखिलेश के करीबी सहयोगी ने यह भी कहा कि अखिलेश हमेशा से यही चाहते हैं कि वह अपने पिता के आशीर्वाद से ही आगे बढ़ें और 2017 के चुनाव में फिर सत्ता हासिल करें, पर साथ ही उन्होंने यह भी तय किया हुआ है कि उन्हें मुलायम के इर्द-गिर्द मौजूद मंडली को एक्सपोज भी करना है, लेकिन नेताजी उन लोगों को छोड़ने को राजी नहीं हैं जिन्होंने अखिलेश के खिलाफ उनके दिमाग में जहर भर दिया है। ऐसे में अखिलेश के पास बागी होने के सिवा कोई रास्ता नहीं बचा है। अखिलेश की पत्नी डिंपल पूरी सक्रियता से साथ उनको सपॉर्ट कर रही हैं।

आयोग से साक्षी महाराज को फटकार

नई दिल्ली — बीजेपी के सांसद साक्षी महाराज को चुनाव आयोग ने फटकार लगाई है। यह फटकार साक्षी महाराज के जनसंख्या नियंत्रण वाले बयान पर लगाई गई है। इससे पहले चुनाव आयोग ने बीजेपी सांसद साक्षी बयान के खिलाफ नोटिस जारी कर पूछा था कि विवादित बयान पर उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं होनी चाहिए।


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