अपने ही घर में बेगाने हिमाचली डाक्टर

By: Jan 14th, 2017 12:01 am

प्रदेश सरकार ने अपने हाथों गंवाए काबिल डाक्टर, अन्य राज्यों में सेवाएं देने को मजबूर

शिमला  —  देश भर में प्रतिभा का लोहा मनवाने वाले हिमाचली डाक्टरों की कद्र अपने ही प्रदेश में नहीं है। यहां उन्हें न तो सम्मान मिलता है और न ही सम्मानजनक पोस्टिंग। ऐसे समय में जब प्रदेश को बड़ी संख्या में डाक्टरों की जरूरत है तो प्रदेश सरकार उन डाक्टरों की भी कद्र नहीं कर रही, जो देश भर में टॉप कर चुके हैं। डा. टीएस महंत, डा. राजबहादुर, डा. डीएस राणा, डा. पंपोष रैणा, डा. केएस राणा सहित डा. सुरजीत भारद्वाज व डा. अरुण शर्मा जैसे कई नाम हैं, जिनकी सेवाओं को हिमाचल ने अपने ही हाथों गंवाया है। इन डाक्टरों को हिमाचल सरकार ने पर्याप्त सम्मान नहीं दिया और वे देश के अन्य प्रतिष्ठित स्वास्थ्य संस्थानों में चले गए। हिमाचल के लिए संजीवनी साबित होते डा. सुरजीत इसका ताजा उदाहरण हैं। डा. भारद्वाज ने पीडियाट्रिक्स की एमडी डिग्री की प्रवेश परीक्षा में देश में टॉप किया था। पीजीआई चंडीगढ़ से डिग्री पूरी करने के बाद राज्य सरकार ने उन्हें जनजातीय जिला किन्नौर में पोस्टिंग दे दी, जबकि उनकी सेवाओं की सबसे अधिक जरूरत आईजीएमसी शिमला में थी। उसके बाद डा. सुरजीत भारद्वाज ने दिल्ली के चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय में रजिस्ट्रारशिप की। उन्हें फिर से आईजीएमसी अस्पताल में पोस्टिंग न देकर कुल्लू के सैंज स्थित स्वास्थ्य संस्थान में तैनात कर दिया गया। बार-बार की उपेक्षा से आहत डा. सुरजीत भारद्वाज ने सुपर स्पेशियलाइजेशन के तहत डीएम की डिग्री के लिए प्रवेश परीक्षा दी। पूरे देश भर से डाक्टरों ने इसके लिए प्रवेश परीक्षा दी। प्रवेश परीक्षा को पास कर एम्स की एकमात्र सीट के लिए हिमाचल के डा. सुरजीत भारद्वाज ही सिलेक्ट हुए। डा. सुरजीत भारद्वाज पीजीआईएमआर चंडीगढ़ में भी इसी सीट के लिए सिलेक्ट हुए। रेडियोलॉजी में पीजीआई चंडीगढ़ से पीजी डिग्री में बेस्ट परफार्मर चुने गए डा. अरुण शर्मा को डिग्री पूरी करने के बाद हिमाचल सरकार ने रोहड़ू में तैनाती दे दी। डा. अरुण को सरकार ने आईजीएमसी में पोस्टिंग नहीं दी।  आहत होकर वह रेडियोलॉजी में सुपर स्पेशियलाइजेशन के तहत एम्स दिल्ली में सिलेक्ट हुए और अब वे एम्स में ही कार्डियक रेडियोलॉजी में डीएम की डिग्री कर रहे हैं। पल्मॉनरी विशेषज्ञ डा. सुरेंद्र कश्यप आईजीएमसी अस्पताल के प्रिंसीपल की पोस्ट छोडक़र करनाल में कल्पना चावला मेडिकल साइंस इंस्टीच्यूट के प्रमुख हैं। हिमाचल में इस समय तीन नए मेडिकल कालेज खुलने हैं। अभी प्रदेश में तीन नए कालेज खुलने हैं, वहां भी डाक्टरों की जरूरत होगी।

डा. महंत फोर्टिस मोहाली में तैनात

डा. टीएस महंत इस समय विश्व के विख्यात हार्ट सर्जनों में शुमार किए जाते हैं। विदेशों में सेवाएं देने वाले डा. महंत इस समय फोर्टिस मोहाली में ओपन हार्ट सर्जरी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर हैं। हिमाचल सरकार उन्हें समय पर सम्मानजनक पोस्ट देती तो वह राज्य में ही सेवाएं दे रहे होते। इसी तरह डा. राजबहादुर देश के माने हुए ऑर्थो सर्जन हैं। वे जीएमसीएच चंडीगढ़ के निदेशक रहे हैं।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App