अलविदा ओमपुरी…हिमाचल आपको नहीं भूल सकता

By: Jan 7th, 2017 12:05 am

मनाली में आखिरी फिल्म ‘ट्यूबलाइट’ की शूटिंग

पतलीकूहल – कलात्मक व कामर्शियल फिल्मों में अपनी बेमिसाल अभिनय प्रतिभा के धनी ओमपुरी का हिमाचल खासकर मनाली से भी खासा नाता रहा है। अपने फिल्मी करियर में तीन से अधिक कलात्मक व कार्मिशयल फिल्मों में अपनी अभिनय प्रतिभा का लोहा मनवा चुके ओमपुरी के निधन के बाद बालीवुड सहित क्रिकेट के सितारों में भी सन्नाटा छा गया। हाल ही में अक्तूबर महीने में कुल्लू-मनाली में ‘ट्यूबलाइट’ हिंदी फिल्म की शूटिंग करने बाद वापस मुंबई लौटे ओमपुरी को यह पता नहीं था कि मनाली में ‘ट्यूबलाइट’ फिल्म की शूटिंग उनकी आखिरी फिल्म होगी। वर्ष 2002 में ‘शरारत’ फिल्म की शूटिंग के लिए ओमपुरी मनाली में करीब तीन महीने रुके थे। ओमपुरी ने वर्ष 1972 में मराठी फिल्म ‘घासीराम कोतवाल’ से अपने फिल्म करियर की शुरुआत की और वर्ष 1977 में पहली हिंदी फिल्म ‘गोधूली’ से बालीवुड में एंट्री की। वर्ष 1980 में ‘आक्रोश’ हिंदी फिल्म में अपनी दमदार भूमिका के लिए उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार भी दिया गया। दूरदर्शन पर आने वाले टीवी धारावाहिक तमस, भारत एक खोज व कका जी कहिन जैसे धारावाहिकों के माध्यम से उन्होंने अपनी पहचान बनाकर प्रतिभा का लोहा मनवाया। आक्रोश, अर्ध सत्य, माचिस व मिर्च मसाला उनकी ऐसी फिल्में रही हैं, जिससे उन्हें भारी सफलता मिली है। उनका कहना था कि उन्हें मौत से डर नहीं लगता, बीमारी से डर लगता है। बालीवुड के इस नायक का 66 वर्ष की आयु में दिल का दौरा पड़ने से निधन होने से उनके अपने ही शब्द ‘मौत से डर नहीं लगता, बीमारी से डर लगता है’ सार्थक कर इस दुनिया से चलते बने। ओमपुरी अपने अभिनय की प्रतिभा की छाप देश वासियों के दिलों पर छोड़ गए।

दोस्तों को याद आए साथ बिताए लम्हे

मनाली – शुक्रवार को ओमपुरी के निधन का समाचार सुनते ही मनाली में ओमपुरी के दोस्त अधिवक्ता शैलेंद्र शर्मा, राजू शर्मा, राज कुमार, राजेश, अतुल वर्मा, नवीन की मानें तो उन्हें विश्वास नहीं हो रहा कि उनका दोस्त इस दुनिया में नहीं रहा। शैलेंद्र ने बताया कि हाल ही में ‘ट्यूबलाइट’ की शूटिंग के दौरान वह मनाली आए थे। उस दौरान सभी दोस्तों संग वह मनाली की वादियों में घूमे। ओमपुरी का मनाली से खासा स्नेह रहा है। जब भी मनाली आते थे, तो वह अपने पुराने दोस्तों से मिलना नहीं भूलते थे। ओमपुरी ने अपनी अंतिम फिल्म की शूिटंग हाल ही में मनाली में सलमान के साथ शूट की थी।

चप्पल पहनने पर कसौली क्लब में जाने से रोका

सोलन   – बालीवुड के जाने-माने कलाकार ओमपुरी का हिमाचल से गहरा नाता रहा है। विशेष रूप से कसौली से उनका काफी लगाव रहा है। अंतिम मर्तबा वह वर्ष 2015 में लिट फेस्ट में भाग लेने के लिए कसौली आए थे। ओमपुरी से जुड़ा हुआ एक दिलचस्प किस्सा भी उनकी यादों को हमेशा ताजा करता रहेगा। अक्तूबर, 2015 में वह खुशवंत सिंह लिट फेस्ट में भाग लेने के लिए आए थे। इस लिट फेस्ट का आयोजन कसौली क्लब में किया गया था। कसौली क्लब का नियम है कि केवल उसी व्यक्ति को अंदर जाने दिया जाएगा, जो पेंट व शर्ट में होगा। ओमपुरी कसौली क्लब के इन नियमों से परिचित नहीं थे। वह सुबह ही करीब आठ बजे कसौली क्लब पहुंच गए। यहां पर गेट पर खड़े कर्मी ने उन्हें अंदर जाने से रोक दिया। दरअसल ओमपुरी ने पांव में चप्पलें पहन रखी थीं। वह काफी देर तक बाहर खडे़ रहे। काफी देर के बाद हालांकि उन्हें अंदर जाने दिया गया।

सांसद रामस्वरूप ने जताया शोक

सांसद रामस्वरूप शर्मा ने अभिनेता ओमपुरी के निधन पर गहरा शोक जताया है। सांसद ने कहा कि ओमपुरी हाल ही में उन्हें मिले थे। उन्होंने भूंतर से लेकर दिल्ली तक साथ में सफर किया। जहां पर उन्होंने ओमपुरी के व्यक्तित्व को नजीदक से देखा। एक बेहतर कलाकार के साथ-साथ वह एक अच्छे इनसान भी थे।

फिल्म जगत को नुकसान

कुल्लू की जिला महिला कांग्रेस की अध्यक्ष विद्या नेगी ने भी ओमपुरी के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने कहा कि ओमपुरी के जाने से फिल्म जगत को काफी नुकसान हुआ है। ओमपुरी एक अच्छे अभिनेता थे, जिनकी कला के मनालीवासी भी दीवाने थे।


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