आईआईटी रुड़की के सहारे नयनादेवी की पहाड़ी

By: Jan 1st, 2017 12:15 am

ग्राउटिंग के लिए एक्सपर्ट्स को मंदिर न्यास ने लिखी चिट्ठी

NEWSबिलासपुर— प्रसिद्ध शक्तिपीठ श्रीनयनादेवी की पहाड़ी से बारिश के मौसम में मिट्टी-पत्थर गिरने का सिलसिला ग्राउटिंग कर खत्म किया जाएगा। इसके लिए आईआईटी रुड़की के तकनीकी एक्सपर्ट्स सर्वे कर अपनी राय देंगे और सर्वे रिपोर्ट को पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग को प्रेषित किया जाएगा। इसके बाद विभाग की अंतरिम स्वीकृति मिलने के बाद मंदिर न्यास प्रशासन आगामी कार्ययोजना को अंतिम रूप देगा। पहाड़ी की ग्राउटिंग कर इसे टिकाउ एवं मजबूत बनाया जाएगा। यहां बता दें कि बरसात के दिनों ज्यादा बारिश होने पर पहाड़ी से अकसर पत्थर और मिट्टी गिरने का सिलसिला शरू हो जाता है, जिससे पहाड़ी को लगातार खतरा पैदा होता जा रहा है। पहाड़ी से पानी का लगातार रिसाव भी होता रहता है, जिस कारण साल दर साल चट्टानें गिरने या जमीन धंसने का खतरा पैदा हो रहा है। संभावित खतरे को ध्यान में रखते हुए मंदिर न्यास प्रशासन ने अब मंदिर की पहाड़ी की ग्राउटिंग करवाने की योजना बनाई है। इसके लिए कुछ समय पहले नयनादेवी में मंदिर न्यास की बैठक में निर्णय लिया गया है कि आईआईटी रुड़की के तकनीकी एक्सपर्ट्स को बुलाकर सर्वे कराया जाएगा। इसके लिए मंदिर न्यास प्रशासन की ओर से रुड़की प्रशासन को पत्र लिखा गया है। हालांकि अभी तक उस ओर से एक्सपर्ट्स भेजने के बारे में सूचना नहीं आई है, लेकिन उम्मीद है कि जल्द ही एक्सपर्ट्स नयनादेवी में पहुंचकर मंदिर की पहाड़ी का मौका मुआयना करेंगे। मंदिर न्यास प्रशासन द्वारा तकनीकी एक्सपर्ट्स की रिपोर्ट पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग को सौंपी जाएगी।


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