आधार कार्ड से शिक्षा की निगरानी

By: Jan 6th, 2017 12:01 am

यू-डाइस वेबसाइट पर अपलोड होगा छात्रों-शिक्षकों का डाटा

शिमला —  प्रदेश में जल्द ही आधार कार्ड से शिक्षा की निगरानी की जाएगी। एमएचआरडी की गाइडलाइन पर हिमाचल में भी यह योजना शुरू करने की तैयारी है। इसके तहत प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों और शिक्षकों की निगरानी अब आधार कार्ड से होगी। इसके पांच से 18 आयु वर्ग तक के सभी छात्रों का आधार लिंक कर रियल टाइम मॉनिटरिंग से पढ़ाई, ड्रॉपआउट कर समीक्षा करेगी, जबकि शिक्षकों का आधार, ई-मेल व मोबाइल से डाटाबेस तैयार होगा, जिसे ई-संपर्क पोर्टल से जोड़ा जाएगा। यह सभी जानकारी स्टूडेंट डाटा क्लेक्शन यानी यू-डाइस पर उपलब्ध होगी। मानव संसाधन मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि अधिकतर स्कूलों के पास परिणाम, छात्रों की संख्या व अन्य जरूरी जानकारियां उपलब्ध नहीं होती। ऐसे में शिक्षा का स्तर सुधारने और नई नीतियां बनाने में परेशानी हो रही है। इसलिए अब आधार को शिक्षा से जोड़ा जा रहा है। स्कूलों की रियल टाइम मॉनिटरिंग से शिक्षा की गुणवत्ता की भी निगरानी करेगी, ताकि पढ़ाई में कमजोर छात्रों को विशेष कोचिंग दी जा सके। प्रदेश में अभी करीब 15 हजार स्कूल हैं, लेकिन इन स्कूलों में हर साल कितने छात्र स्कूल छोड़कर चले जाते हैं और कितने छात्रों की परफार्मेंस में सुधार होता है, इस तरह का कोई सटीक डाटा नहीं है। सबसे पहले बच्चों को आधार कार्ड से जोड़ा जाएगा। जिन बच्चों के पास आधार कार्ड नहीं होगा, उन्हें यूनीक नंबर दिया जाएगा। इस योजना में बच्चों के साथ-साथ शिक्षकों के भी आधार कार्ड जुड़ेंगे। पढ़ाने में खराब शिक्षकों की बाकायदा ट्रेनिंग भी करवाई जाएगी। खबर की पुष्टि यूआईडी के रजिस्ट्रार घनश्याम चंद ने की है।

14 लाख बच्चों को जोड़ने की तैयारी

हिमाचल में स्कूल स्तर पर करीब 14 लाख बच्चों को आधार से जोड़े जाने की योजना है। इसमें से 12 लाख बच्चों का डाटा शिक्षा विभाग के पास पहुंच गया है। दो लाख के लिए भी प्रक्रिया जारी है।


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