कब बुझेगी नाहन की प्यास

By: Jan 24th, 2017 12:05 am

नाहन —  नाहन शहर की प्यास कब बुझेगी इस बात की अभी भी नाहन शहर के लोगों में चिंता है। दशकों से दो बूढ़ी पेयजल योजनाओं के सहारे नाहन शहर के लोग अपनी प्यास तो बुझा रहे हैं, परंतु चाहकर भी सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग अपनी इन दोनों पेयजल योजनाओं से शहर में पेयजल आपूर्ति पूरी नहीं कर पा रहा है। हालत यह है कि नाहन शहर को पानी की सप्लाई एक दिन छोड़कर दी जाती है। ऐसे में शहर के लोग पानी को स्टोर करने में मजबूर हैं। गौर हो कि नाहन शहर के लिए वर्तमान में जो दो पेयजल योजनाएं चल रही हैं, उसमें से नेहरस्वार पेयजल योजना रियासतकाल के समय की बनी हुई है। इस योजना को करीब 113 वर्ष हो चुके हैं। इसके अलावा खैरी उठाऊ पेयजल योजना भी तीन से चार दशक पुरानी है। दोनों ही पेयजल योजनाओं की सप्लाई लाइन में कैल्शियम जम चुका है, जिसके चलते इन दोनों ही योजनाओं से शहर को प्रतिदिन 25 से 30 लाख लीटर पानी ही मिल पा रहा है। नाहन शहर के लिए एक तीसरी गिरि पेयजल योजना का शिलान्यास 14 अक्तूबर, 2011 को तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल द्वारा किया गया था, परंतु पांच वर्ष का समय बीत चुका है तथा गिरि नदी से नाहन के लिए बनने वाली तीसरी पेयजल योजना का कार्य अभी भी अधर में लटका हुआ है। शहर को प्रतिदिन 70 लाख लीटर के आसपास पीने के पानी की आवश्यकता है। यदि शहर के लिए तीसरी पेयजल योजना शुरू हो जाती है, तो केवल गिरि उठाऊ पेयजल योजना से भी नाहन शहर को प्रतिदिन 71 लाख लीटर पानी उपलब्ध होगा। इसके अलावा दोनों पुरानी पेयजल योजनाओं से भी करीब 30 लाख लीटर पानी की सप्लाई प्रतिदिन शहर को मिलेगी। गौर हो कि नाहन शहर की तीसरी पेयजल योजना की लागत करीब 52.73 करोड़ रुपए है। पूर्व में इस योजना को पूरा करने का लक्ष्य 31 मार्च, 2015 रखा गया था, परंतु इस योजना में कई तकनीकी रुकावगटें बीच में आई जिसके चलते यह योजना अभी भी अधूरी पड़ी है। इस योजना को लेकर नागरिक सभा नाहन ने प्रदेश उच्च न्यायालय का दरवाजा भी खटखटाया था, जिसके बाद माननीय उच्च न्यायालय ने इस मामले में सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग को आदेश जारी कर शीघ्र गिरि पेयजल योजना को पूरा करने के निर्देश दिए हैं।

टैंक बने, पाइपें भी बिछीं

गिरि उठाऊ पेयजल योजना का शिलान्यास 14 अक्तूबर, 2011 को रखा गया था। इसकी लागत राशि 52.73 करोड़ रुपए थी। फिलहाल इस योजना पर करीब 16 से 17 करोड़ की राशि खर्च हो चुकी है। ट्यूबवेल से कलेक्शन टैंक तक 6500 मीटर की 200 एमएम की लाइन बिछ चुकी है। इसके अलावा कलेक्शन टैंक से मेन स्टोर टैंक तक 5280 मीटर की 350 एमएम की सामांतर लाइन भी बिछ चुकी है। जैथल में 22-22 लाख लीटर के दो मेन स्टोर टैंक बनेंगे। यहां से नाहन के लिए ग्रेवटी से पानी लिफ्ट होगा। यह पाइप लाइन करीब 18 किलोमीटर लंबी होगी, जिसमें से नौ किलोमीटर की पाइप डल चुकी है।


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