करसोग बिजली बोर्ड को तीस लाख का चूना

By: Jan 10th, 2017 12:05 am

करसोग – उपमंडल करसोग, जहां बिजली व्यवस्था को लेकर पूरी तरह अंधेरे में डूबा हुआ है, वहीं विद्युत बोर्ड को हिमपात के चलते करसोग क्षेत्र में बिजली लाइनांे के नुकसान का आंकडा लगभग तीस लाख को पार करता हुआ दिखाई दे रहा है। पूरे उपमंडल करसोग के पांच विद्युत उपमंडल निहरी, पांगणा, चुराग, करसोग, सेरी व छतरी के कुछ क्षेत्रों सहित लगभग चौदह सौ गांव, जहां चार दिनों से पूरी तरह अंधेरे में डूबे हुए हैं, वहीं बिजली बहाल होने की उम्मीद लगभग शुक्रवार तक लगाई जा रही है वह भी उन हालातों में यदि करसोग से मंडी सड़क सुंदरनगर यातायात के लिए जल्द बहाल हुई अन्यथा करसोग क्षेत्र के सैकड़ों गांवों को अंधेरे से बाहर निकालने के लिए कुछ दिन और भी लग सकते हैं। विद्युत मंडल करसोग के अधिशाषी अभियंता दलीप सिंह वर्मा व सहायक अभियंता आरके शर्मा के अनुसार पंडार, चौकी, निहरी, बरोहकडी आदि में बर्फ के ढेर लगे हुए हैं, जो मरम्मत कार्यों में सबसे बड़ी बाधा बन चुके हैं। उन्होने कहा कि करसोग क्षेत्र को बिजली की आपूर्ति करने वाली लगभग 100 किलोमीटर लंबी लाइन सुंदरनगर से पांगणा तक बीच में कई स्थानों पर टूट चुकी है, कई पैल गिर चुके हैं व हिमपात तथा जंगल के बीच मरम्मत कार्य पूरे करने में कड़ाके की ठंड भी विद्युत कर्मियों के लिए कई परेशानियां पैदा कर रही हैं। उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार हिमपात के बाद विद्युत उपकरण व एचटी लाइनों को नुकसान का आंकडा लगभग तीस लाख रुपए अनुमान किया जा रहा है, जबकि विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है, जिसके आने पर स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। विद्युत अधिशाषी अभियंता दलीप सिंह वर्मा ने कहा कि रविवार को बिजली लाइनों की मरम्मत को सामान सहित भेजा गया ट्रक कई स्थानों पर रास्ते में ही फंस चुका है, जिसको निकालने के लिए बार-बार विद्युत कर्मी मशक्कत कर रहे हैं। प्रयास किया जा रहा है कि करसोग उपमंडल की ठप पड़ी हुई बिजली व्यवस्था जल्द से जल्द बहाल की जा सके।

 


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