किसानों की आय 2022 तक दोगुनी

By: Jan 12th, 2017 12:15 am

नाबार्ड का स्टेट फोकस पेपर करेगा काम, ऋण योजना 20332.53 करोड़

newsशिमला —  वर्ष 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी करने का लक्ष्य नाबार्ड द्वारा तय किया गया है। नाबार्ड के स्टेट फोकस पेपर की विषय वस्तु यही रखी गई है।  स्टेट फोकस पेपर हितधारकों द्वारा ऋण और बुनियादी ढांचे की योजना के लिए ब्लूप्रिंट के रूप में काम करेगा और वार्षिक ऋण योजना के आधार पर ही राज्य के लिए 2017-18 के लिए बैंकों द्वारा वार्षिक ऋण योजना बनाई जाएगी। स्टेट फोकस पेपर में 20332.53 करोड़ के प्राथमिक क्षेत्र संभावित ऋण का आकलन किया गया है, जो कि पूर्व वर्ष से 26 फीसदी अधिक है। जानकारी के अनुसार वर्ष 2017-18 वित्त वर्ष के लिए नाबार्ड द्वारा बुधवार का होटल होलिडे होम में राज्य ऋण सेमिनार आयोजित किया गया। मुख्य सचिव वीसी फारका ने इस अवसर पर नाबार्ड द्वारा तैयार 2017-18 के लिए स्टेट फोकस पेपर का औपचारिक रूप से विमोचन किया। नाबार्ड के महाप्रबंधक रविंद्र कुमार ने बताया कि 2017-18 के लिए नाबार्ड द्वारा तैयार स्टेट फोकस पेपर में कृषि और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए ऋण प्रवाह के लिए संभावना का आकलन किया गया और क्रिटिकल आधारभूत संरचना की पहचान की गई और सतत् विकास के लिए ऋण प्रवाह उपलब्ध करने के उपायों के सुझाव दिए गए। इस क्षेत्र के लिए 9289.81 करोड़ और सेवाओं, निर्माण, आवास, शिक्षा निर्यात और सामाजिक बुनियादी सुविधाओं के लिए 11042.72 करोड़ रुपए की संभावना का आकलन किया गया है।

इन योजनाओं पर होगा काम

क्षेत्र आधारित योजनाओं के तहत कृषि और अन्य गतिविधियों में पूंजी निर्माण के उद्देश्य को बढ़ावा देने को 2017-18 के लिए स्टेट फोकस पेपर में नाबार्ड द्वारा क्षेत्र आधारित योजनाओं को प्रस्तुत किया गया है। इस दिशा में जिलों में तीन-चार मुख्य गतिविधियों की पहचान की गई, जिन्हें बैंकों से सावधि ऋण प्राप्त हो सके ऐसी गतिविधियों के लिए बैंकिंग योजना तैयार की गई। क्षेत्र आधारित योजनाओं में डेयरी विकास, भेड़, बकरी और सूअर पालन, मशरूम, अनार पौधारोपण, सेब पौधारोपण और मुर्गीपालन है।


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