किसानों के लिए खुलीं रोजगार की राहें

By: Jan 8th, 2017 12:01 am

कृषि विश्वविद्यालय-एसजेवीएन में एमओयू के तहत 500 को मिलेगी ट्रेनिंग

पालमपुर— प्रदेश के किसानों को विभिन्न रोजगारपरक क्षेत्रों में प्रशिक्षित करने के लिए कृषि विवि और सतलुज जल विद्युत निगम के बीच हुए एमओयू पर काम शुरू हो गया है। समझौता पत्र के तहत रोजगार आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रमों की कड़ी में मशरूम उत्पादन पर सातवें प्रशिक्षण समूह का छह दिवसीय प्रशिक्षण शिविर लगाया गया है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में एसजेवीएन द्वारा हमीरपुर जिला के धौलासिद्ध तथा कृषि विवि द्वारा कांगड़ा जिला के चयनित कुल 50 किसानों को प्रशिक्षण प्रदान किया गया। अक्तूबर में हुए एमओयू के तहत 31 मार्च तक कुल 20 समूहों को कृषि विवि में प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि लोग अपना उद्यम लगाकर अच्छी आय प्राप्त कर सकें। वैज्ञानिकों के अनुसार प्रशिक्षणों के माध्यम से स्किल डिवेलपमेंट कार्यक्रमों का प्रदेश के युवा किसानों व संबंधित वर्गों को बहुआयामी लाभ मिलेगा। प्रशिक्षण तथा प्रदर्शन द्वारा निपुणता विकास से प्रदेश के किसानों व उद्यमियों को अपनी आय बढ़ाने में मदद मिलेगी। इससे किसानों को समन्वित कृषि को समझने में भी मदद मिलेगी तथा वे कृषि-आधारित कई उद्यम शुरू कर सकते हैं। इससे युवा किसानों को आय के नए संसाधनों की जानकारी मिलेगी। एसजेवीएन के सहायक महाप्रबंधक ओपी गुप्ता का कहना है कि निगम अपनी आय का तीन प्रतिशत सामाजिक व विभिन्न रोजगार आधारित कार्यक्रमों पर खर्च करता है। कृषि विवि के साथ हुए एमओयू के तहत प्रशिक्षण प्रदान किए जा रहे हैं।

20 प्रशिक्षण शिविर लगेंगे

कृषि विवि के प्रसार शिक्षा निदेशक डा.पीके मेहता के अनुसार एसजेवीएन के साथ हुए एमओयू के तहत कृषि विवि के वैज्ञानिक किसानों के लिए 20 प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन करेंगे। इनमें किसानों को प्रशिक्षित किया जाएगा और किसानों को वैज्ञानिक विधि से कृषि, पुष्प उत्पादन, सब्जी-उत्पादन, मशरूम-उत्पादन, मधुमक्खी पालन, औषधीय पौधों की खेती, नर्सरी लगाने की तकनीकों, डेयरी फार्मिंग, पॉलीहाउस खेती, पादप सुरक्षा, जैविक कृषि तथा पर्यावरण मैत्री अन्य कृषि आधारित कई उद्यम शुरू करने में सहायता मिलेगी।


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